जंगलों के बीच अनिश्चितकालीन धरने पर क्यों बैठे किसान, पढ़े Nbcindia24

 

Chhattisgarh/Balod/ जिले के डौंडी तहसील स्थित ग्राम कुसुमटोला में सालों से अधूरे पड़े चिरकन बांध को पूरा कराने की मांग को लेकर एक बार फिर क्षेत्र के किसान अधूरे बांध स्थल पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं बतलादे की धरना दे रहे किसानों द्वारा 1 साल पूर्व 20 सितंबर 2021 को डौंडी ब्लाक किसान संगठन संघ के बैनर तले अधूरा बांध को पूरा कराने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे

 

किसान नेता बड़कुलाल, किसान फागुराम सहित धरना दे रहे किसानों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें शासन-प्रशासन द्वारा 21 जनवरी 2022 तक निर्माण कार्य प्रारंभ करने आश्वासन दिया गया था लेकिन आज दिनांक तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया जिससे नाराज कुसुमटोला सहित आसपास गांव के सैकड़ों ग्रामीण किसानों ने एक बार फिर अपनी मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है।

गौरतलब है कि लगभग 30 साल पूर्व अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के दौरान व वर्तमान में बालोद जिले के डौंडी तहसील स्थित ग्राम कुसुमटोला सहित आसपास के गांव के किसानों की खेतों में सिंचाई के लिए चिरकन बांध का निर्माण प्रारंभ किया गया था जिन्हें लगभग 80% निर्माण कार्य पूरा होने के बाद निर्माण कार्य बंद कर दिया गया था जो आज दिनांक तक उसी हालत में अधूरा है।

 

गौरतलब है कि लगभग इन 30 सालों में किसानों की हितैषी बन लोकसभा व राज्यसभा में देश के सबसे बड़े पार्टी कांग्रेस व भाजपा चुनाव मैदान में उतरी और दोनों ही पार्टी की सरकार अलग-अलग समय में बनी जिससे नेताओं की तकदीर तो बदल गई बस नहीं बदली तो किसानों की तस्वीर और तकदीर किसान आज भी अपनी समस्याओं को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं देखने वाली बात होगी इस किसानों की मांग शासन-प्रशासन कब तक पूरा कर पाते है।

 

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