मिसाल:- गांधी जी की हत्या के बाद ग्रामीणों ने गांव में बनाया था समाधि, 30 सालों बाद गांव में चंदा इकट्ठा कर स्थापित कर रहे प्रतिमा।

Nbcindia24/बालोद जिले में एक ऐसा गांव है जहां ग्रामीणों में राष्ट्रपिता स्व. महात्मा गांधी एवं भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के लिए अटूट स्नेह भरा हुआ है।

जिले के गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत झिटिया के आश्रित गांव गोड़मर्रा में 130 घर और लगभग 750 कि जनसंख्या है।

जीवनंदन पिपरिया व ग्रामीण बतलाते हैं जब 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में राष्ट्रपिता स्व.महात्मा गांधी एवं 21 मई 1991 को श्रीपेरंबदूर में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की हत्या हुई, तब पूरा गांव शोक में डूबा था, और उसी दिन उनकी याद में ग्रामीणों ने गांव में समाधि स्थल बनाया, ताकि आने वाले युवा पीढ़ी को उनकी विचारधारा और उनके व्यक्तित्व के बारे में बतलाया जा सके।

गांधी के प्रति ग्रामीणों की अटूट आस्था और प्रेम का इस बात से भी अंदाजा लगाया जा सकता है, कि ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर लगभग 3 साल पहले राष्ट्रपिता स्व. महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापना कर चुके है।

 

तो वही एक बार फिर अनेकता में एकता की मिसाल दे ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर दो लाख की लागत से भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की प्रतिमा बनवा गांव के प्रवेश द्वार में कल 28 दिसंबर को स्थापना करने जा रहे, जिनका अनावरण छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों होने वाला है।

इनके अलावा गांव में भारत माता एवं छत्रपति शिवाजी महाराज की भी प्रतिमा स्थापित किए हुए हैं, ताकि गांव के युवा पीढ़ी के दिलों में उनके बलिदान व विचारधारा को रख सके ।

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