जन मुक्ति मोर्चा के भुख हड़ताल पर बैठे साथियों की स्वास्थ्य हुई खराब।

Nbcindia24/वीरेंद्र भारद्वाज/दल्लीराजहरा। भूख हड़ताल के 27वे दिन रात्री 08 बजे के लगभग आंदोलनकारी कामरेड करण सिंह सुगर लेबल बहुत ही कम होने पर चिकित्सको के आग्रह पर स्थानिय सरकारी अस्पताल चिखलाकसा में भर्ती कराया गया। वही एक अन्य आंदोलनकारी को रात्रि 12 बजे के आसपा कॉ सनातन यादव के स्वास्थ्य में भारी गिरावट के कारण शहीद अस्पताल पर भर्ती कराया गया। भूख हड़ताल के 29वे दिन पर रात के लगभग 08-09 बजे कॉमरेड देउक के स्वास्थ्य में भारी गिरावट आने के कारण चिकित्सको के निवेदन पर स्थानीय सरकारी अस्पताल चिखलाकसा में भर्ती कराया गया। आंदोलन कर रहे (भूख हड़ताल पर बैठे) साथियो के स्वस्थ में खराबी आने के कारण तीनो साथियो को स्थानिय अस्पतालो में भर्ती कराया गया व उनके स्थान पर कॉ. सतीश, कॉ. हेमचन्द, कॉ नीलकंठ ने लेकर भूख हड़ताल कर आंदोलन को आगे जारी रखे हुए है, और अभीतक 15 लोग भूख हड़ताल पर बैठ चुके है। विदित हो कि BEML के सभी ठेकाश्रमिको के हित में जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है, जो कि 6 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन व 1 मार्च से इस आंदोलन को नया रूप देते हुए भूख हड़ताल (अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल) का रूप दिया गया। आज 31 मार्च को भूख हड़ताल के 31 दिन बीत जाने और भूख हड़ताल पर 15 साथियो के बैठ जाने पर भी स्थानीय प्रशासन व स्थानीय BSP प्रबन्धन और स्थानीय BEML प्रबन्धन के कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़ा करती हैं जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के तीन मांग जिसके लिए भूख हड़ताल किया जा रहा है। जिसमे उपमुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) रायपुर, दिनाँक 04/08/22 के आदेश को लागू किया जाए। BEML के सभी ठेका श्रमिको को कार्य के अनुसार वर्गीकरण कर वेतन भुगतान किया जाय।. श्रम मंत्रालय के आदेशानुसार दिनाँक 01/04/2021 से IOC राजहरा (राजहरा के खदान में कर्यरत) सभी ठेका श्रमिको को एरियर्स का भुगतान किया जाय। यही तीनों मांगो को लेकर जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के द्वारा दल्ली राजहरा में माइंस ऑफिस गेट के पास भूख हड़ताल कर अपनी जायज मांगो की ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है।

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