शहीद अस्पताल में चाइल्ड स्पेशलिस्ट ने एक 6 माह की बच्ची माही की जान बचाई ।

Nbcindia24/ वीरेंद्र भारद्वाज /दल्ली राजहरा । जाको राखे साइयां मार सके ना कोये कुछ ऐसी चरितार्थ हुआ दल्ली राजहरा के शहीद हॉस्पिटल में 30 अक्टूबर 2022 दिन रविवार को 6 महीने की बच्ची का सफल इलाज के लिए बच्ची के परिजन ने कहा आप डॉक्टर नहीं भगवान हो और शहीद हॉस्पिटल मंदिर है ।
कटरेल निवासी मन्नालाल गावडे की 6 महीने की पुत्री माही घर में रो रही थी जिसे हंसाने व खेलने के लिए जासन का फूल देकर उसकी दादी सकूँन के पास छोड़कर अपने काम से चला गया कुछ देर पश्चात बच्ची पर चाचा की नजर पढ़ा तो बच्ची छटपटा रही थी बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रहा था आनन-फानन में सपरिवार बच्ची को नल कसा निवासी डॉ नरेटी के पास ले गया वहां उन्होंने परिजनों को तत्काल शहिद हॉस्पिटल ले जाने का निर्देश दिया बच्चे की मां गुंजन गावड़े ने बताया मेरी बच्ची बेसुध हो चुकी थी जिसे हमने मोटरसाइकिल पर शहीद हॉस्पिटल में लाएं जहां तत्काल नर्स लोग चेकअप करके डॉक्टर को बुलाया हॉस्पिटल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर ज्योति ने बच्ची को चेकअप किया तो पता चला कि उसके गले के बहुत भीतर कुछ फंस गया है जिसे ओ.टी ले जाकर लगभग आधा घंटे के मशक्कत के बाद गले से पत्तेनुमा चीज निकलकर देखा तो वह जासंन फूल का पंखुड़ी था जिसके बाद बच्ची को सामान्य वार्ड में भर्ती कर इलाज जारी है और वह अभी चिल्ड्रन वार्ड में स्वाथ्य लाभ ले रही है अभी माहि के साथ उसकी माँ गुंजन गावडे और उसकी दादी सकून गावडे डॉक्टर ज्योति के गुण गाते नहीं थक रही है और बहुत ख़ुशी ख़ुशी डॉक्टरों को भगवन की संज्ञा दे रही है !
उल्लेखनीय है कि शहिद हॉस्पिटल में सांप काटने वाले गंम्भीर मरीजों का व कोरोना काल में हजारो मरीजों का भी सफल इलाज किया हुआ है जिससे जिले व आसपास के जिले के लोगों के लिए शहीद हॉस्पिटल वरदान साबित हुआ है !
गौरतलब है कि एक पूंजीपति सरकार में राजनीतिक पहुंच रखकर शहीद हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सक डॉक्टर सैबाल जाना और दीपू सेन गुप्ता को निलंबित करवाया है जिसका अस्पताल परिवार आम जनता किसान मजदूर व पूरा लाल हरा परिवार घोर निंदा करता है और राज्य मेडिकल काउंसिल से निलंबन वापसी की मांग करता है

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