बड़ी खबर: सौगात से उपजा विवाद…? नाम के फेर में कांग्रेस के 150 पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्ष को सौपा इस्तीफा

कांग्रेस विधायक से क्षुब्ध देवरी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा दुसरे दिन भी धरना में बैठे देवरी बंगला के ग्रामीण

 

Chhattisgarh/ विवेक वैष्णव देवरी बंगाल/ मंगलवार को तहसील में नाम विवाद को लेकर बालोद जिला अंतर्गत देवरी के ग्रामीण फिर से धरने पर बैठ रहे उनका कहना है कि जब तक तहसील के नाम से मार्री बंगला का नाम नहीं हटाया जाता वे धरना प्रदर्शन करते रहेंगे। सोमवार को देर शाम को चक्काजाम तो हट गया लेकिन दुसरे दिन से ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक वार्ड से बारी-बारी धरना में बैठेंगे। पांच दिन बाद उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी उन्होने दिया है। इधर गांव से विधायक द्वारा भेदभाव के विरोध में कांग्रेस महासचिव, विधायक प्रतिनिधि, जिला प्रवक्ता सहित राजीव मितान क्लब के पदाधिकारी व गौठान समिति के सदस्यों ने इस्तीफा पत्र जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर को सौंप दिया। हलांकी जिला अध्यक्ष ने उनसे कहा कि इस विषय पर चर्चा होगी और हल निकाला जायेगा उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया है।

इस्तीफा

उप तहसील का नामकरण कांग्रेस पार्टी के लिए बना जी का जंजाल-

देवरी बंगला के ग्रामीण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शासन के समय 1999 में ही देवरी बंगला को उप तहसील का दर्जा देते हुए भवन निर्माण हेतु 26 लाख की राशि प्रदान कर तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा भूमिपूजन भी किया गया था। देवरी बंगला में सभी शासकीय कार्यालय सहित अन्य सारी सुविधाएं होने के बाद भी उप तहसील का नामकरण देवरी बंगला के बजाय मार्री बंगला का नाम होने से आक्रोशित हैं।

ग्रामीणों का विधायक पर आरोप-

गुंडरदेही विधानसभा के विधायक कुंवर निषाद पर मनमानी और उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए जिला कांग्रेस कमेटी बालोद अध्यक्ष को कांग्रेस के जिला महामंत्री एवम संसदीय सचिव प्रवक्ता केशव शर्मा,जिला कांग्रेस कमेटी बालोद प्रवक्ता सुनील गोलछा, विधायक प्रतिनिधि बरसन निषाद ,बूथ अध्यक्ष डिहार मंडावी,बूथ प्रभारी हेमंत ठाकुर, उपाध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी देवरी खेम बाई ठाकुर ,शांति भट्ट सदस्य जिला कांग्रेस कमेटी बालोद,पूर्व जिला पंचायत सदस्य भगवती ठाकुर,राजीव युवा मितान क्लब अध्यक्ष योगेश कुमार सहित सभी सदस्य,कांग्रेस पार्टी के सदस्य टुलेश्वर देवांगन,कुलंजन मंडावी,सुंदर सिंह,संतोष, तामेश्वर,नंद कुमार ,पवन ठाकुर,नीलकंठ,देवेंद्र कुमार,लेखराम,यशवंत कुमार सहित लगभग 150 से अधिक कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा दे है।

 

कार्यकर्ताओं का विधायक पर आरोप

पत्र में कार्यकर्ताओं ने लिखा है कि कांग्रेस विधायक द्वारा देवरी बंगला के ग्रामीणों के साथ भेदभाव करने के कारण वे अपने समस्त पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। आगे उल्लेख किया है कि देवरी बंगला को उपेक्षित व प्रताड़ित करना व कुछ लोगों के द्वारा विधायक को देवरीबंगला के प्रति गुमराह कर असत्य जानकारी देकर बदनाम किया जा रहा है। ग्राम देवरीबंगला में शासकीय कार्यालय है तथा देवरी बंगला तहसील से संबधित सभी शासकीय आदेश उपलब्ध है। इसके बाद भी अन्य गांव के नाम से तहसील खोला गया। विधायक के इस कार्य से क्षुब्ध होकर हम समस्त कार्यकर्ता पार्टी से इस्तीफा देते हैं।

एक और नया आदेश से गुमराह हुए ग्रामीण-

सोशल मिडिया में कार्यालय जिला कलेक्टर बालोद की ओर से वर्चुवल लोकार्पण की तैयारी से के सबंध में एक पत्र दिनांक 11 अक्टूबर 2022 को पत्र क्रमांक 8282 जारी हुआ है जिसमें सूचनार्थ में अतरिक्त तहसीलदार उप तहसील देवरी बंगला लिखा हुआ है जिससे नाम को लेकर फिर नागरिक गुमराह हुए दिनभर यही चर्चा आम रही जबकी उपतहसील का नाम वर्तमान में मार्री बंगला (देवरी) है।

चंद्रप्रभा सुधाकर

चंद्रप्रभा सुधाकर ने कहा-

जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी बालोद ने कहा मुझे पत्र मिला है किंतु मेरे द्वारा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। जो समस्या है उसपर हम कार्यकर्ताओं से बैठकर हल निकालेंगे और जल्द ही इसका निराकरण करेंगे।

 

केशव शर्मा, महामंत्री जिला काग्रेस कमेटी बालोद-

विधायक के क्रियाकलापों से ग्रामीण व स्थानीय कार्यकर्ता नाराज हैं। दो दिन से ग्रामीण धरने पर बैठे हैं तहसील का नाम देवरी बंगला ही हो ऐसा उनका मांग है। इसी के चलते हम सभी ने अपने पद से इस्तीफा दिया है।

Nbcindia24

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