इस अभियान के तहत् अब तक 212 ईनामी सहित कुल 900 माओवादी ने किया आत्मसमर्पण

जिले में चलाये जा रहे लोन वर्राटू “घर वापस आईये” अभियान से प्रभावित होकर 05 महिला माओवादी सहित 06 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

दंतेवाडा @ नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान तथा छग शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर  शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गाॅव-गाॅव तक किया जा रहा है, इसके प्रभाव में लगातार शीर्ष माओवादियों सहित भटके हुए माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जा रहा है।

नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा, माओवादी संगठनों के भीतर आंतरिक मदभेद और जंगलो में रहने की कठिनाईयों सेे तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके आज 6 माओवादियों ने समर्पण किया है ।

1. बुरगुम पंचायत मिलिशिया डिप्टी कमाण्डर हुंगा उर्फ हरेन्द्र कुमार माड़वी पिता जोगा माड़वी उम्र लगभग 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा।

2. बुरगुम पंचायत मिलिशिया सदस्य आयते मुचाकी पिता लिंगा मुचाकी उम्र लगभग 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी बुरगुम बोज्जापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा।

3. बुरगुम पंचायत सीएनएम सदस्य श्रीमती शांति उर्फ जिम्मे कोर्राम पति हड़मा कोर्राम उम्र लगभग 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी बुरगुम पुजारीपाल थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा।

4. ग्राम बुरगुम डीएकेएमएस सदस्य हुंगी सोड़ी पिता जोगा सोेड़ी उम्र लगभग 29 वर्ष जाति मुरिया निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा।

5. बुरगुम पंचायत डीएकेएमएस उपाध्यक्ष हिड़मे मरकाम पति देवा मरकाम उम्र लगभग 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दंतेवाड़ा ।

6. बुरगुम पंचायत केएएमएस सदस्य जोगी सोड़ी पति भीमा सोड़ी उम्र लगभग 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दंतेवाड़ा ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत आज बुधवार को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं पुलिस के बड़े अधिकारियों के समक्ष डीआरजी कार्यालय में आत्मसमर्पण किये।इन माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में सीआरपीएफ 231वीं वाहिनी (यूआईसी), डीआरजी एवं बस्तर फाईटर्स दन्तेवाड़ा का विशेष योगदान रहा।

आत्मसमर्पित माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत् 25 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधायें जैसे 10,000 रूपये की मासिक आर्थिक सहायता, 03 वर्ष तक निःशुल्क आवास तथा भोजन, स्किल डेवलपमेंट हेतू प्रशिक्षण, कृषि भूमि इत्यादि मुहैया कराई जाएगी।लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 212 ईनामी सहित कुल 900 माओवादी ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।

Nbcindia24

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