राष्ट्रीय राज मार्ग 930 के अधिकारीयों और ठेकदार की मनमानी ग्रामीणों के लिए बनी मुसीबत, घरों में भरा पानी   

अनिल सुथार कुसुमकसा / राष्ट्रीय राज मार्ग 930 के अधिकारियों के  द्वारा की गई लापरवाही व  गैर जिम्मेदार कार्यों के कारण ग्राम  दानीटोला मुख्य मार्ग पर  पूर्व की निर्मित सड़क के दो पाइप पुलिया की जगह नया पुलिया का निर्माण ना किए जाने  तथा  पहाड़ी की ओर से बारिश का पानी निकासी  का समुचित व्यवस्था ना करने का  खामियाजा  ग्रामीणों को भुगतना पड़ा , बारिश का पानी सड़क के समीपस्थ ग्रामीणों के घरों में चला गया ,पानी का बहाव इतना था की ग्रामीणों के घरों के सभी कमरों ,रसोई घरों में लगभग  एक से दो फीट तक पानी भर गया था जिससे उनके घरों में रखे काफी सामान खराब हो गया जिसमे खाद्य सामग्री ,खेत के लिए रखे गए खाद  खराब हो गया ,

राष्ट्रीय राजमार्ग 930 के तहत सड़क चौड़ीकरण व उन्नयन कार्य में ग्राम दानीटोला से बालोद की ओर  सड़क को सीधा करने पुराने सड़क की जगह  पहाड़ को काटकर सड़क का निर्माण तो कर दिया गया किंतु   पूर्व की निर्मित सड़क में  पहाड़ी की ओर से आने वाली  बारिश का पानी निकासी हेतु  दो जगह पाइप पुलिया था किंतु राष्ट्रीय राजमार्ग 930का सड़क निर्माण कार्य चालू हुआ तो पूर्व की सड़क में   दो जगह डाली गई  पाइप पुलिया को निकाल दिया गया उसकी जगह ना तो नया पाइप पुलिया डाला गया और ना ही पूल का निर्माण किया गया ,

बारिश का पानी ग्रामीणों के घरों में भर जाने पर ग्रामीणों ने शासन प्रशासन  के नाक के नीचे राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों द्वारा की जा रही अनियमिताओ को लेकर  शासन प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली फिर   चट्टान काटकर बनाई गई सड़क के किनारे से आ रही पानी की दिशा को बदलने के लिए  संपत कौमार्य के घर से आगे  निजी जे सी बी के माध्यम से मिट्टी काटकर अस्थाई नाली बनाया तथा घर के तरफ मिट्टी पाटा गया तब कही जाकर पानी का बहाव कम हुआ तब घर में भरे पानी को  बाल्टी_डिब्बा में भर भर कर बाहर फेका गया ,रसोई घर में पानी होने से सोमवार  शाम को घर में खाना नही बन पाया तो ग्राम के  दूसरे घरों में भोजन करना पड़ा

उक्त  ग्रामीणों के घरों में नर्सिंग कालेज दानीटोला में अध्यापन कर रही   छात्राएं निवास  करती है ,उन छात्राओं ने भी अपने कमरे में भरे पानी को बाहर फेंका किंतु पानी की पूरा निकासी ना होने पर सोमवार शाम को ग्राम के दूसरे घरों में उनके अस्थाई रुकने व खाने की व्यवस्था की गई ,छात्राएं भी उनके कमरे तथा घर में पानी भर जाने से  दहशत में थी

दानीटोला के संपत कौमार्य  के घर में रखे 7बोरी खाद  ,शांतिबाई भुआर्य के घर में रखे 12बोरी खाद  ,सुनील गावड़े के घर में रखे 2बोरी खाद ,भूपेंद्र गावड़े ,रामदयाल ठाकुर  के घर में रखे 7बोरी खाद   ,परशुराम  के घर में रखे 2बोरी खाद   प्यारेलाल ठाकुर के घर में रखे  3 बोरी खाद  , इंदरबाती के घर में रखे 4 बोरी खाद    सहित सभी के घरों के खाद्य सामग्री लाभ  5 कट्टा चांवल सहित  फ्रीज सहित अन्य सामग्री खराब हो गया  , ग्रामीणों ने शासन से पानी से हुई उनके घरों में हुई नुकसानी का मुआवजा दिलाने तथा  सड़क से बारिश के पानी निकासी की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है

   पहाड़ी काट कर बनाई सड़क में पहाड़ से बारिश के कारण  गिर रहे मुरूम ,बोल्डर से खतरा__

दानीटोला घाट के  पहाड़ी को काटकर बनाई गई नई  सड़क के दोनो छोर में पहाड़ी से बारिश के पानी से मिट्टी मुरूम व  पत्थरों को सड़क में आने से  रोकने के लिए सुरछा का कोई इंतजाम नहीं किया गया , हो रही बारिश से पहाड़ से  मिट्टी ,छोटे बड़े पत्थर ,बड़े साइज के  बोल्डर गिर कर सड़क पर आ रहे है जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना होने की भय राहगीरों में बना हुआ है

गौरतलब है की  14दिसम्बर 2023 को सड़क के किनारे नाली व टोवाल ना बनाने से नाराज ग्राम दानीटोला के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य  को बंद करा दिया, ग्राम दानीटोला के ग्रामीणों ने सड़क  निर्माण के कार्य चालू होते  समय ही सड़क निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों व राष्ट्रीय राज मार्ग 930 के अधिकारियों को पहाड़ काटकर बनाये जा रहे सड़क निर्माण से बरसात का पानी सीधे ग्रामीणों के घरों में जाने की समस्या से अवगत कराया था किंतु ग्रामीणों की समस्याओं को नजरअंदाज कर सड़क निर्माण किया जा रहा था ,जिससे ग्रामीण आक्रोशित होकर 14दिसंबर को  सुबह निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माणाधीन सड़क में गिट्टी डाले जाने के काम को   बन्द करा दिया था  व पहले नाली व टोवाल निर्माण कराने की मांग पर अड़े थे तदसमय ग्रामीणों ने  राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को  उक्त सड़क निर्माण के लिए  ,लगभग एक किलोमीटर पहाड़ को काटकर सड़क बनाया जा रहा है जिससे ग्रामीणों का मकान नीचे हो गया है , उक्त सड़क निर्माण होने से  बरसात के दिनों में  पहाड़ काट कर बनायी गयी सड़क का पानी सीधे उनके घरो में जायेगा ,जिससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा वही घरो को भी नुकसान होगा व जनहानि होने का खतरा बना रहेगा टोवाल व नाली निर्माण कराने सड़क निर्माण के प्रारम्भ होने से मांग कर रहे थे  लगभग 14 माह पूर्व ग्राम पंचायत का प्रस्ताव बनाकर मांग पत्र भी सौपा गया था किंतु दिए गए मांग पत्र में कोई ध्यान नही दिया गया ,सड़क निर्माण हेतु जब इस्टीमेट बनाया गया तो इस्टीमेट बनाने वाले अधिकारी पानी निकासी हेतु प्रपोजल नही बनाया होगा ग्रामीणों द्वारा काम बंद किए जाने पर राष्ट्रीय राज मार्ग के अधिकारी ग्राम पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा की ग्राम के सड़क के किनारे टोवाल व नाली निर्माण की प्रक्रिया जल्द चालू करने की सहमति अनुविभागीय अधिकारी राष्ट्रीय राज मार्ग 930 ने दी तब ग्रामीण शांत हुए थे  किंतु राष्ट्रीय राजमार्ग के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा ग्रामीणों को दिया गया आश्वासन के तहत नाली निर्माण पूर्ण नही हो पाया किंतु ग्रामीणों की समस्या को लेकर  पंचायत प्रस्ताव युक्त  दिए गए आवेदन पर शासन प्रशासन द्वारा भी नजर अंदाज नही किया गया जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है

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