गांव-गांव में कोरोना को रोकने और ग्रामीण स्वास्थ्य के क्षेत्र में मितानिनों की है अहम् भूमिका- चंद्रप्रभा सुधाकर

फील्ड विजिट के समय मितानिन मास्क और सेनेटाईजर का अवश्य करें उपयोग हर मितानिन के पास हमेशा उपलब्ध रहे पांच-पांच कोरोना दवा किट


बालोद / स्वास्थ्य मितानिन कार्यक्रम की ब्लॉक समन्वयक तथा जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने कहा कि मितानिन वर्तमान में गांव-गांव में कोरोना को रोकने में अहम् भूमिका निभा रही हैं। आज कोरोना महामारी की संकट की घड़ी में ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिनों कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। इसमें वे अपनी कड़ी मेहनत, अद्वितीय सेवा भावना और कर्तव्यनिष्ठा से स्वयं को सफल कर दिखाया है।


चंद्रप्रभा सुधाकर ने कहा कि वर्तमान में कोरोना शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैला हुआ है। ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिन कार्यकर्ता डटकर अपना कार्य कर रही हैं, वह सराहनीय है। उन्होंने बताया कि गांवों में अभी भी कोविड प्रोटोकॉल, हैण्डवाश, मास्क, सेनेटाईजर, वैक्सीन तथा आइसोलेशन आदि को लेकर जागरूकता की बहुत कमी है। ऐसे में उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे अपने-अपने पारा की जनता और खासकर महिलाओं को कोरोना की गंभीरता के बारे में समझाएं और ग्रामीणों को सर्तकता बरतने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित करें। साथ ही लक्षण वाले व्यक्ति को तुरंत कोरोना की दवा उपलब्ध कराएं और जांच कराने के लिए भी प्रेरित करें।


गांवों में लोग कोविड के लक्षणों को जानते समझते नही हैं। इसलिए उनका संक्रमण अंदर ही अंदर काफी बढ़ जाता है और स्थिति काफी गंभीर होने के बाद वे दवाई लेने जाते हैं, जिससे इनका इलाज करने में बहुत मुश्किले आती है। इसे ध्यान में रखते हुए मितानिन कार्यकर्ता लोगों को कोविड के लक्षणों के बारे में भी समझाएंगी । गांवों में फिल्ड विजिट के समय मितानिन मास्क और सेनेटाईजर का अवश्य उपयोग करें, ताकि वे सुरक्षित रहें। प्रदेश सरकार वर्तमान में हर मितानिन के पास कम से कम 5-5 कोरोना दवा किट हमेशा उपलब्ध रखवा रही हैं। साथ ही मितानिन कोरोना से बचाव के लिए लोगों को भी मास्क पहनने, हैण्डवॉश, सेनेटाईजर के उपयोग तथा कोविड प्रोटोकॉल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने अधिक से अधिक प्रेरित करेंगी ।

Nbcindia24

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