मध्यप्रदेश/एक ओर कल 15 अगस्त को पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो वहीं दूसरी तरफ आदिवासी बाहुल्य मध्यप्रदेश के जिला डिंडोरी से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसे देख दिल झकझोर दिया, अनुपपुर जिले के ठाड़पाठर गांव के रहने वाले ने निकटवर्ती डिंडोरी जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया जंहा उसे इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया वही जब शव को सरकारी एम्बुलेंस की मदद से गांव तक भेजा गया तो यंहा डिंडौरी के गांव को अनुपपुर के दूसरे गांव से जोड़ने वाली नर्मदा नदी पर पुल नही होने और अधिक बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्तिथि बन जाने के कारण एम्बुलेंस का पहिया नदी के पास जाकर थम गया जिसके बाद ग्रामीणों ने मृतक के शव को ट्रक के ट्यूब पर रख तैरते हुए जान जोखिम में डाल नदी पाकर गांव ले जाना पड़ा तब जाकर मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सका।
जानकारी के अनुसार वीडियो अनूपपुर और डिंडोरी जिला के बीच नर्मदा नदी का बताया जा रहा है, जहां अनूपपुर जिला के ग्राम ठाड़पथरा एवं डिंडोरी जिला के बजाग जनपद क्षेत्र की ग्राम पथरकूचा के बीच नर्मदा नदी बहती है जहां बाढ़ आने से ऐसे हालात बने है अनूपपुर जिला के ठाड़पथरा निवासी 55 वर्षीय विशमत नंदा को दिल का दौरा पड़ने पर इलाज के लिए नजदीकी डिंडोरी जिला चिकित्सालय परिजन व ग्रामीण लेकर पहुंचे, नर्मदा नदी में बाढ़ के चलते उन्हें ट्यूब का सहारा लेना पड़ा था, लेकिन परिजन उन्हें बचा नहीं सके, जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान रविवार को दोपहर उसने दम तोड़ दिया, सरकारी एम्बुलेंस की मदद से मृतक के पार्थिक शरीर को बजाग जनपद क्षेत्र के ग्राम पथरकूचा तक लाया गया, जहां से बाढ़ग्रस्त नर्मदा नदी को ट्यूब के सहारे परिजन व ग्रामीण तैरकर गांव ठाड़पथरा लेकर पहुंचे और मृतक विशमत नंदा का अंतिम संस्कार किया,
ग्रामीणों की मांग है कि हर बारिश में ऐसे हालात बनते है जिसके चलते ठाड़पथरा के ग्रामीणों को इलाज सहित दूसरी आवश्यकता के लिए एक मात्र मार्ग से आवागमन करना पड़ता है, जहां पर पुल बनाया जाए ताकि आगामी समय में ऐसी परेशानियों का सामना ग्रामीणों को न करना पड़े।
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