Nbcindia24/ बालोद जिले के कुसूमकसा निवासी किसान तिहार सिंह तारम की सालों पुरानी मांग उनके दृढ़ इच्छाशक्ति व जिद के आगे प्रशासन को चंद घंटों में पूरा करने पर मजबूर कर दिया पीड़ित किसान 2016 से अपने निजी भूमि खसरा नंबर 1236, रकबा 0.51 हे. भूमि को न्यायालय तहसीलदार दल्ली राजहरा द्वारा राजस्व अभिलेख से गायब करने व धान बेचने से वंचित होने की बात कहते हुए दोबारा ऋण पुस्तिका क्रमांक 222175 में वापस दर्ज कराने की मांग को लेकर सालों से शासन-प्रशासन के चक्कर लगा रहे थे पर किसी ने किसान की समस्या का सुध नही लिया।
किसान ने चौथे स्तम्भ को कहा कोटि-कोटि धन्यवाद?
थकहार कर किसान आज 25 जनवरी से 29 जनवरी तक अपनी मांग को लेकर जब कुसुमकसा (शिकारीटोला) धान खरीदी केंद्र के सामने धरने पर बैठ 29 जनवरी तक मांग पूरी नही होने पर 30 जनवरी को आत्महत्या की चेतवानी दी।
किसान द्वारा शासन-प्रशासन को दी गई अल्टीमेटम व धरना प्रदर्शन को हमने nbcindia24 में प्रमुखता से प्रकाशन किया
इसके साथ ही तमाम चैनलों ने चौथे स्तंभ की जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाहन कर खबर प्रकाशित किया जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ धरण स्थल पहुँच किसान को अस्वासन दिया कि आज ही आपकी समस्या का निदान कर देंगे और हुआ भी वही प्रशासन ने दोनों पक्षों को कार्यालय बुलवा सालों पहले हुई त्रुटि को सुधर किसान के नाम वापस उनकी जमीन कर दी।
ऐसे में किसान का खुशी का ठिकाना नही रहा समस्या का निदान होते ही चौथे स्तंभ का आभार व्यक्त करते हुए कहा आप मेरी आवाज शासन-प्रशासन तक पहुचाया और मेरा सालों पुराना मांग एक दिन में ही पूरा हो गया मैं आप सभी का कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं।
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