बालोद/ दरअसल पूरा मामला छत्तीसगढ़ सरकार में महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़िया के विधानसभा क्षेत्र बालोद जिले के डौंडीलोहारा अंतर्गत ग्राम पंचायत कुसुमकसा से जुड़ा है।
Nbcindia24 से चर्चा के दौरान पीड़ित किसान तिहार सिंह तारम ने बतलाया कि मेरी निजी भूमि खसरा नंबर 1236, रकबा 0.51 हे. भूमि को न्यायालय तहसीलदार दल्ली राजहरा द्वारा राजस्व अभिलेख से गायब करने के चलते वर्तमान में धान बेचने से वंचित हो रहा हूं जिसके चलते मैं कल 25/01/2022 से 29/01/2022 तक परिवार सहित धान खरीदी केंद्र कुसुमकसा (शिकारीटोला) में बैठ धरना दूंगा।
इस दौरान उनकी मांग को पूरा करते हुए ऋण पुस्तिका क्रमांक 222175 में वापस दर्ज नहीं किया गया तो उन्होंने 30/01/2022 को आत्महत्या करने की चेतावनी देते हुए संपूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होने की बात कही है।
दरअसल पूरा मामला 2008-9 से शुरू हुआ जिसकी जानकारी 2016 में बोर खनन के लिए b1 नकल निकाले जाने पर राजस्व भू अभिलेख शाखा से उनका नाम गायब होने की मिली तब से लेकर आज तक शासन-प्रशासन के चक्कर लगाते लगाते पैर के जूते घिस गए परंतु उनके समस्या पर कोई जिम्मेदार ध्यान नही दिए।
पीड़ित तिहार ताराम ने बतलाया की अपने मांग को लेकर वे कलेक्टर जनदर्शन से लेकर ग्राम सुराज लोक सुराज सहित कई जगह फरियाद लगा चुके हैं पर उन्हें निराशा ही हाथ लगा जिसके चलते 2016 से अपनी जमीन में उपजे धान सरकार को नहीं बेच पा रहे हैं जिसका सीधा उनको नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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