पुलिस की अपील का माओवादियों पर व्यापक असर,हिंसा की राह छोड़कर लोकतंत्र और सविंधान में जताया विश्वास,आत्मसमर्पित माओवादी भैरमगढ़, एवं कटेकल्याण एरिया कमेटी में थे सक्रिय
शैलेश सेंगर दंतेवाड़ा @ जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान तथा छ0ग0 शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गॉव-गॉव तक किया जा रहा है।
जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है और बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है। नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके 03 माओवादियों
1. ग्राम कोरमागोंदी जनताना सरकार कमेटी सदस्य हिड़मा सोड़ी पिता स्व0 सोमारू जोगा सोड़ी उम्र लगभग 36 वर्ष निवासी कोरमागोंदी थाना कूकानार जिला सुकमा
2. हुर्रेपाल आरपीसी चेतना नाट्य मंच सदस्य कोसा वेको उर्फ प्रेम कुमार वेको पिता स्व0 हुंगा वेको उम्र लगभग 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी तिमेनार स्कूलपारा थाना मिरतुर
3. बेचापाल आरपीसी जनताना सरकार मिलिशिया प्लाटून सदस्या भीमे उर्फ बबीता ओयाम पिता मोड्डा ओयाम पति सीताराम मरकाम उम्र 29 वर्ष जाति मुरिया निवासी हुर्रेपाल पटेलपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वर्राटू (घर वापस आईये)अभियान के तहत आज शुक्रवार को पुलिस के समक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किये।
उपरोक्त माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में आरएफटी (आसूचना शाखा) रेंज दन्तेवाड़ा एवं 230वीं वाहिनी सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा का विशेष योगदान रहा।
जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ सभी भटके हुए माओवादियों से अपील करती है कि हिंसा की धारा छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए निकटतम थाना अथवा कैंप में सम्पर्क करें और क्षेत्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे।
पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा द्वारा आत्मसमर्पित माओवादियों को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पुनर्वास योजना के तहत् 25-25 हजार रूपये प्रोत्साहन राषि एवं शासन की पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाले सभी प्रकार के लाभ प्रदाय कराया जायेगा।
आत्मसमर्पित सभी माओवादी नक्सली बंद के दौरान रोड़ खोदना, पेड़ काटना एवं नक्सली बैनर पोस्टर लगाने की घटनाओं में थे शामिल।
लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 186 ईनामी माओवादी सहित कुल 844 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।
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