छत्तीसगढ़/कांकेर/मामला पखांजूर के यशवंत नगर पंचायत का जहा 2015 से 2019 के बीच मनरेगा में काम करने वालो मजदूर के नाम से फर्जी तरीके से मजदूरों का फर्जी हस्ताक्षर कर, सरपंच, उपसरपंच वा डाक विभाग के कर्मचारी सचिव वा रोजगार सचिव ने मिलकर लाखो रुपए का गबन कर लिया था ,जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की पुलिस ने मामले की जॉच कर जब रायपुर में हस्ताक्षर का मिलान किया तो पता चला की फर्जी तरीके से मजदूरों के पैसों का गबन हुआ है,फिलहाल पुलिस ने चारो आरोपी को 420,406,34,67,68,120,B विभिन्न धारा के तहत हिरासत में लिया है,और एक फरार है,फरार आरोपी की पारासाजी की जा रही है।
बालोद जिला में भी रोजगार गारंटी योजना के तहत कुछ इसी तरह के मामले सामने आए हैं जिसे कुछ अधिकारियों के संरक्षण में रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है, यही नहीं सूत्रों की माने तो इस हेराफेरी के खेल को सच साबित करने कई झूठ की बुनियाद लिखे जा रहे हैं जिसकी सच्चाई एनबीसी इंडिया 24 के माध्यम से बहुत जल्द उजागर करेंगे।
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