Breaking
Thu. Nov 20th, 2025

Nbcindia24/ वीरेंद्र भारद्वाज/ दल्ली राजहरा । हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन सीटू राजहरा का 14 वां त्रैवार्षिक सम्मेलन 9 अक्टूबर 2022 को बीएसपी हायर सेकेंडरी स्कूल नंबर 2 के सभागार में संपन्न हुआ ।

दो सत्रों में संपन्न हुए इस सम्मेलन के प्रथम सत्र में झंडारोहण के साथ शहीद बेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सम्मेलन के खुले सत्र की शुरुआत की गई। इस सत्र में विगत 3 वर्षों में दिवंगत हुए यूनियन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के परिवारों को सम्मानित किया गया ।

स्वागत एवं अध्यक्षीय भाषण प्रस्तुत करते हुए यूनियन के अध्यक्ष कामरेड प्रकाश सिंह क्षत्रिय ने राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय एवं उद्योगगत परिस्थितियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि इस सम्मेलन में हमें आने वाली चुनौतियों के खिलाफ संघर्ष के लिए बेहतर रणनीति तय करनी होगी। खुले सत्र में प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ राज्य सीटू के कार्यकारी अध्यक्ष कामरेड एसपी डे, उपाध्यक्ष कामरेड एम एस शांत कुमार, सीटू राजहरा के संस्थापक सदस्य कामरेड केपीजी पणिक्कर के साथ नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर जी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अशोक बांबेश्वर जी, कैबिनेट मंत्री के मीडिया सचिव विवेक मसीह जी, एसकेएमएस यूनियन के अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र बेहरा, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के संरक्षक श्री गणेश राम चौधरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव कामरेड अनिल यादव,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन की पदाधिकारी द्वय कामरेड रितु शालिनी, कामरेड रंभा पवार एवं सीटू राजहरा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष एम आर पाटिल, मौजूद रहे ।सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य सीटू के उपाध्यक्ष कामरेड शांतकुमार ने कहा की वर्तमान समय में मजदूर वर्ग पर अपनी समस्याओं के अलावा समाज के अन्य वर्गों को बचाने की जिम्मेदारी भी आ पड़ी है । सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष के लिए मजदूर वर्ग को ही अग्रणी भूमिका निभाना होगा । इसलिए इस सम्मेलन में उन तमाम प्रस्ताव पर विचार किया जाना चाहिए जिससे समाज और सभी वर्गों का उत्थान हो सके । कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्री शीबू नायर जी ने कहा कि नगर में मजदूरों के बीच सीटू की एक अलग छवि है। और सीटू विगत कई वर्षों से मजदूर वर्ग के लिए संघर्ष करती आ रही है तथा अपनी मांगों को हासिल करती आ रही है।सीटू ने मजदूर वर्ग के अलावा शहर के विकास के हर संघर्ष में बराबर सहयोग दिया है। इसलिए सीटू का कार्य हमेशा प्रशंसनीय रहा है । उन्होंने कहा कि मजदूर वर्ग की हर लड़ाई में मैं व्यक्तिगत रूप से आपके साथ खड़ा रहूंगा । ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अशोक बांबेश्वर जी ने कहा कि खदानों में कार्यरत नियमित व ठेका मजदूरों की विभिन्न समस्याओं पर संघर्ष करते हुए सीटू मजदूरों के लिए वह सब कुछ हासिल कर रही है जिसकी मजदूरों को दरकार है। सीटू ने हमेशा शानदार लड़ाइयां लड़ी हैं और विजय प्राप्त की है। मैं इस सम्मेलन को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं । मंत्री जी के मीडिया सचिव विवेक मसीह ने कहा कि हमने बचपन से सीटू के संघर्ष को देखा है। इन्हीं के साथ पले बढ़े हैं इसलिए संघर्षों की नगरी में सीटू का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने कहा यह सम्मेलन अच्छी तरह सफल रहे और नगर के विकास पर भी विचार किया जाना चाहिए। सम्मेलन को संबोधित करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन की पदाधिकारी रितु शालिनी ने भी सम्मेलन को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की । छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के संरक्षक कामरेड गणेश राम चौधरी ने कहा कि मजदूरों को जो भी हासिल हुआ है वह संघर्षों से ही हासिल हुआ है, सत्ता वर्ग लगातार ताकतवर हो रहा है इसलिए हमें भी संयुक्त संघर्षों को और तेज करना होगा तभी हम एक बेहतर व्यवस्था को कायम कर पाने में सक्षम हो सकेंगे । सीटू के संस्थापक सदस्य कामरेड केपीजी पणिक्कर ने कहा कि मजदूर को जीवन भर लड़ना होता है, यह लड़ाई वह केवल अपने लिए नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी लडता है तभी मजदूरों के लिए कुछ बेहतर व्यवस्था बन पाती है। इसलिए हमें हमेशा शोषण के विरुद्ध डटकर खड़े होना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी सुरक्षित रह सके । इस दौरान विगत 3 वर्षों में दिवंगत हुए साथी रामकुमार साहू, रोहित कुमार मंडावी, वी डी आदिनारायण, अशोक कुमार, अंजोरी राम, तीजू राम एवं प्रीतम सिंह पंवार के परिवार को अतिथियों के हाथों शाल और श्रीफल से सम्मानित कर साथियों के योगदान को याद किया गया ।
भोजन के बाद प्रारंभ हुए द्वितीय सत्र में यूनियन के महासचिव कामरेड पुरुषोत्तम सिमैया द्वारा सचिव प्रतिवेदन पेश किया गया । इस प्रतिवेदन पर लगभग 15 साथियों ने जबरदस्त चर्चा कर सचिव प्रतिवेदन एवं कोषाध्यक्ष की रिपोर्ट को सर्वसम्मति पारित किया । सम्मेलन में उजडते राजहरा को बचाने के लिए संघर्ष तेज करने, श्रम कानूनों में संशोधन के खिलाफ, ठेका मजदूरों के शोषण के खिलाफ संघर्ष करने, सेल प्रबंधन द्वारा एकतरफा ग्रेज्युटी सीलिंग और सेल पेंशन स्कीम को एनपीएस में डाले जाने के विरोध में संघर्ष करने तथा खदान कर्मियों की मूलभूत सुविधाओं पर आंदोलन तेज करने का प्रस्ताव पारित किया गया । सत्र के अंतिम चरण में 83 सदस्यीय समिति का प्रस्ताव पारित करते हुए 17 पदाधिकारी, 30 कार्यकारिणी,एवं 36 जोनल कमेटी सदस्यों का चयन किया गया। जिसमें पुरुषोत्तम सिमैया अध्यक्ष, प्रकाश सिंह क्षत्रिय सचिव, ज्ञानेंद्र सिंह कार्यकारी अध्यक्ष , सुजीत मुखर्जी संगठन सचिव, विनोद मिश्रा, विजय शर्मा, रामाधीन राम, राजेश खन्ना, उपाध्यक्ष ,उमेश दंडाले कार्यालय सचिव,जे गुरुवुलु कोषाध्यक्ष, चार्ली बर्गिस सहायक कोषाध्यक्ष ,आरती राम ठाकुर, बीएल रोकड़े, राम कुमार कुर्रे, मानसिंह कनवर, सुजीत मंडल व बालमुकुंद ठाकुर को सहायक सचिव चुना गया । इसके साथ ही 30 कार्यकारिणी सदस्य एवं 36 जोनल कमेटी सदस्यों का भी चयन किया गया । जो आगामी 3 वर्षों तक यूनियन की गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करेंगे । सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीटू राजहरा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष एम आर पाटिल ने कहा कि खदानों और शहर में सीटू की एक अलग ही छवि है, इसी छवि के आधार पर ही बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग सीटू यूनियन के साथ जुड़ा हुआ है और हमें हर हाल में अपने संघर्षों की छवि को कायम रखना है ।सम्मेलन में समापन भाषण प्रस्तुत करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य सीटू के कार्यकारी अध्यक्ष एवं हिंदुस्तान के स्टील एंप्लाइज यूनियन सीटू भिलाई के महासचिव कामरेड एसपी डे ने कहा कि आज देश में जो सरकार सत्तासीन है उसकी नीतियां निश्चित रूप से जनविरोधी है और वह पूंजी परस्त नीतियों के चलते देश के तमाम सरकारी उद्योगों सार्वजनिक उपक्रमों और संस्थानों को बेचने पर तुली हुई है ।यह सरकार न केवल मजदूर विरोधी है, बल्कि किसानों व आम जनता पर लगातार कष्टदायी नीतियां थोप रही है। आज सेल प्रबंधन के रवैया में भी हम सरकार की नीतियों की झलक स्पष्ट रूप से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि वेज रिवीजन में अंतिम क्षणों में ट्रेड यूनियनों की एकता में सेंध लगाते हुए प्रबंधन ने मजदूरों के साथ धोखा किया । इसी तरह सेल पेंशन योजना में एनजेसीएस की बनी सहमति को भी दरकिनार करते हुए इसे एनपीएस में ले जाने का षड्यंत्र प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। और अब बोनस के मामले में भी हम देख रहे हैं कि प्रबंधन का रवैया किसी भी स्तर पर सम्मानजनक नहीं है । प्रबंधन ने सेल कर्मचारियों की असीमित ग्रेज्युटी के समझौते का खुला उल्लंघन किया है । जिसके खिलाफ हमने कलकत्ता हाई कोर्ट में परिवाद दायर किया है। हम प्रबंधन के तमाम मजदूर विरोधी रवैए के खिलाफ संघर्षरत है, लेकिन इतना काफी नहीं है। जब तक सरकार की नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज नहीं करते और इन्हें पलटने पर मजबूर नहीं करते तब तक उद्योग स्तर की लड़ाई में हम छोटी मोटी मांगों को हासिल कर सकते हैं,लेकिन कर्मचारी वर्ग के जीवन स्तर को उठाने के लिए जो भी जरूरी है उसे हासिल करना अब मुश्किल होते जा रहा है। इसलिए इस पर हम सबको एकता बद्ध तरीके से सभी मोर्चों पर एक साथ लड़ना होगा तभी हम अपने और अपनी आने वाली पीढ़ियों के अस्तित्व को भविष्य को सुरक्षित रख पाएंगे । दोनों सत्रों का संचालन अध्यक्ष मंडल के सदस्य प्रकाश सिंह क्षत्रिय, ज्ञानेंद्र सिंह,व सुजीत मुखर्जी ने किया । इस भव्य सम्मेलन में यूनियन के 300 से अधिक सदस्यों ने भागीदारी की।

Nbcindia24

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Missed