छेरछेरा पर्व शहर एवम ग्रामीण क्षेत्रों में आज बड़े धूमधाम से मनाया गया। दान के इस पर्व पर आज बच्चो ने घर घर जाकर दान स्वरूप चावल लिया। इस पर्व की धूम शहर एवं ग्रामीण अंचलों में दिखी।
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बालोद छेरछेरा पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस पर्व की महत्ता को देखते हुए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने सार्वजनिक अवकाश घोषित कर
दिया। पूर्व में इस पर्व पर ऐच्छिक अवकाश के रूप में घोषित किया गया था। छत्तीसगढ़ का प्रमुख लोकपर्व छेरछेरा आज बालोद जिले के शहरी व ग्रामीण अँचलों में बड़े ही हर्षवर्धन के साथ मनाया गया। सुबह से छोटे छोटे बच्चों की टोलियों के साथ नृत्य मंडली ढंडा नृत्य करते लोगो के घरों के सामने दस्तक दी तो वही शहरी इलाकों में गली मोहल्ले के साथ साथ बाजारों में घूम छेरछेरा मांगते देखे गए।
इस दौरान छेरछेरा मांगने निकले हर किसी के मुख पर ..छेरीक छेरा छेर बरतनीन छेरछेरा माई कोठी के धान ला हेर हेरा.. के नारे को बुलंद करते नजर आए। जहाँ लोगो ने भी दान के इस पर्व पर परंपरा के मुताबिक बच्चो को दान स्वरूप चावल, धान या रुपयों का दान किया। और यह सिलसिला आज पूरे दिन चलता रहा।
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