क्या यही है छत्तीसगढ़ मॉडल और क्या ऐसे ही गढ़े जाएंगे बच्चों का भविष्य।
देखें वीडियो?
Nbcindia 24/ बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पापरा में पिछले 2 साल से मिडिल स्कूल भवन जर्जर होने के चलते गांव के पंचायत हाल में मिडिल स्कूल संचालित किया जा रहा था जहाँ 60 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे थे।
एनबीसी इंडिया 24 से चर्चा करते हुए पालक समिति के अध्यक्ष यशवंत ठाकुर ने बतलाया
2 साल पूर्व जर्जर मिडिल स्कूल भवन में बैठ बच्चें जान जोखिम में डाल पढ़ाई कर रहे थे। जिसे देखते हुए हम सब ग्रामवासियों ने जर्जर स्कूल भवन में तालाबंदी कर दिया था। जिसके बाद विकास खंड शिक्षा अधिकारी सहित प्रशासन की टीम गांव पहुँच चर्चा कर पंचायत भवन में वैकल्पिक रूप से स्कूल लगाने सहमति बना जल्द ही नए स्कूल भवन की स्वीकृत करा भवन बनाने का आश्वासन दिया था। बावजूद इसके 2 साल बीत जाने के बाद भी स्कूल भवन नही बना ऐसे में हम सब पालको व ग्रामीणों के साथ शाला विकास समिति मिलकर अस्थाई रूप से पंचायत में संचालित स्कूल में ताला जड़ प्रदर्शन कर नए स्कूल भवन की मांग कर रहे हैं।
More Stories
फर्जी अंकसूची के सहारे आंगनबाड़ी भर्ती मामले में निलंबित प्रधान पाठक ने बी ई ओ पर मढ़ा आरोप, कहा मुझे बलि का बकरा बनाया
मुकेश चंद्राकर की नहीं लोकतंत्र की हुई हत्या, कैंडल मार्च निकाला श्रद्धांजलि दे आरोपियों को फांसी की मांग
एक दशक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दृष्टिबाधित बालक अंजन को दिया था हौसला, आज अंजन खुद गीत लिखता है कंपोज करता है और गाता भी है