दशकों से अधूरे पड़े बांध को पूरा कराने बांध में ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 11 गांव के सैकड़ों किसान।

धरने पर बैठे ग्रामीण किसानों ने कहा जब तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो जाता तब तक वे धरना से नहीं हटेंगे।

Nbcindia24/Balod/डौंडी ब्लाक में दशकों से अधूरे पड़े चिरकन बांध को पूरा कराने की मांग को लेकर डौंडी किसान के बैनर तले लगभग 11 गांव के सैकड़ों ग्रामीण किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं, ये सभी लोग ग्राम कुसुमटोला के पहाड़ी और जंगल के बीच अधूरे पड़े बांध पर टेंट लगा आवाज बुलंद कर रहे है, जिसमे कुसुमटोला, उकारी, मरारटोलो, लीमहाटोला, झींदगांव, भंडारीपारा, बंधियापारा, नयापारा, अवारी, लखमाटोला सहित गाड़ाघाट के सैकड़ो ग्रामीण किसान सामिल है, आंदोलनकारियों ने साफ कह दिया है कि जब तक शासन-प्रशासन उनकी मांग पूरी नहीं करते तब तक वे लोग पीछे नही हटेंगे इसी स्थान पर डटे रहेंगे।

डौंडी ब्लाक बालोद जिले में एक ऐसा ब्लॉक है, जहां पर खेतों में सिंचाई के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, क्षेत्र के किसान बारिश के भरोसे ही अपने कृषि कार्य को करते हैं, यही वजह है कि समय और जरूरत के अनुसार बारिश नहीं होने इसका खामियाजा क्षेत्र के किसानों को उठाना पड़ता है।

सिंचाई विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारी धरना स्थल पहुंच ग्रामीणों से की चर्चा।

आंदोलन पर बैठे किसानों की जानकारी होने पर डौंडी जल संसाधन विभाग के एसडीओ, सब इंजीनियर व राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच, आंदोलन कर रहे किसानों के साथ बैठे उन्हें अधुरे होने के संबंध में जानकारी देते हुए बतलाया कि कुछ जमीन फॉरेस्ट क्षेत्र में आता है और फॉरेस्ट विभाग द्वारा अब तक क्लीयरेंस नहीं मिल पाया है, जिसके चलते बांध निर्माण कार्य अधूरा है, वही क्लीयरेंस मिल जाने के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ करने आश्वासन दिया गया, जिन्हें ग्रामीणों ने मानने से इंकार करते हुए मांग पूरी होने के बाद ही धरना समाप्त करने की बात कहते हुए धरने पर अड़े हुए हैं।

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