हिमाचल के किन्नौर हादसे में छत्तीसगढ़ के दो युवक नेवी में लेफ्टिनेंट अमोघ बापट व सतीश कटकवार ने गवाई जान।

अमोघ बापट

Nbcindia24/Chhattisgarh/ हिमाचल के किन्नौर में हुए हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हुई है। इन 9 लोगों में 2 छत्तीसगढ़ के कोरबा के रहने वाले थे। नेवी में लेफ्टिनेंट अमोघ बापट अपने दोस्त सतीश कटकवार के साथ शिमला घूमने गया था। इसी दौरान वो हादसे का शिकार हो गया। हादसे की खबर के बाद से ही कोरबा में गम का माहौल है।

वाक्या रविवार सुबह की है। जानकारी के मुताबिक नेवी में लेफ्टिनेंट अमोघ वापट अंडमान में पोस्टेड था। तीन दिन पहले ही 15 दिन की छुट्टी लेकर वो कोरबा आया था और फिर अपने दोस्त सतीश कटवार जो मूलतः पड़ोसी जिला जांजगीर चाम्पा का रहने वाला था, के साथ 18 जुलाई को शिंमला घूमने के लिए गया था। रविवार की सुबह टूरिस्ट बस से वो लोग किन्नोर जा रहे थे, इसी दौरान एक पुल पर बड़ा सा चट्टान गिर गया, जिससे पुल टूट गया और उसकी चपेट में पर्यटकों से भरा टूरिस्ट बस आ गया। हादसे के वक्त बस में 9 लोग सवार थे, जिनमें से 8 लोगों की मौत मौके पर ही हो गयी, जबकि एक ने अस्पताल में दम तोड़ा। वहीं एक अन्य राहगीर गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उसी टूरिस्ट बस में सतीष और अमोघ भी बैठे थे। दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी। देर शाम हिमाचल की किन्नोर पुलिस ने कोरबा में पुलिस से संपर्क किया और घटना की जानकारी दी। घटना के बाद कोरबा से परिजन हिमाचल रवाना हो गए हैं।

अमोघ बापट एवं सतीश कटकवर

लेफ्टिनेंट अमोघ बापट के पिता प्रशांत बापट कोरबा जिला में छत्तीसगढ़ विद्युत मण्डल दर्री के हसदेव ताप बिजली घर में अधीक्षण अभियंता हैं। दो भाइयों में 31 वर्ष के अमोघ बड़े थे। चार साल पहले नौसेना में लेफ्टिनेंट चुने गए थे और विशाखा पत्तनम में पदस्थ थे।हाल ही में 9 जुलाई को उनका प्रमोशन हुआ था। वे 15 दिन की छुट्टी पर आए थे और हिमांचल घूमने गए थे जहां से अंडमान जाकर ज्वाइनिंग लेते। वे ट्रेकिंग के शौकीन थे। जबकि सतीश कटकवार के पिता एम एल कटकवार विद्युत मण्डल दर्री से सेवा निवृत्त कर्मचारी हैं और रिटायर होने के बाद जांजगीर चाम्पा में रहने लगे थे। सतीश कटकवर निजी व्यवसाय करते थे। वे अपने माता पिता के इकलौते पुत्र थे। उनकी दो बहनें भी हैं।

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