बालोद/ कुसुमकसा तीन चार दिनो से हो रही झमाझम बारिश से किसानों के खेत लबालब हो गया तो वही नदी नाला भी उफान पर है ,एक तरफ की नाली के पानी निकासी हेतु डाला गया पाइप पुलिया को बंद किए जाने से दूसरे तरफ की नाली में बस्ती का पानी आ जाने से ग्रामीणों के घरों में पानी भर जाने से घर में रखा सामान खराब हो गया तो मिट्टी की दीवाल वाला मकान होने से गरीब परिवार को मकान छत्तीग्रस्त होने का भय सताने लगा है , गरीब ग्रामीण हुमन साहू अपने छोटे दो बच्चो व हेमन साहू अपने दो बच्चों के साथ घर में था की लगभग दोपहर तीन बजे दोनो भाइयों के मकान के अंदर पानी का जमाव होता रहा और देखते ही देखते उनके मकान के कमरों में लगभग एक फीट पानी भर गया तथा आंगन में लगभग दो फीट पानी भर गया था ,मकान के समीपस्थ रहने वालो को घर में पानी घुसने की जानकारी देने पर ग्रामीणों के सहयोग से उनके कुछ सामानों को समीपस्थ निर्माणाधीन गोंडवाना भवन में उनका कुछ सामान रखा गया है ,
ग्रामीणों के सहयोग से नाली का पानी निकासी हेतु बंद किए गए पाइप पुलिया से मलबा हटाया गया तब पानी की निकासी होने से ग्रामीणों के घरों में गया पानी बाहर निकला
उपस्थित ग्रामीणों ने बताया की बरसात का पानी निकालने हेतु प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कुसुमकसा से सिंघनवाही सड़क मार्ग में पाइप पुलिया डाला गया था जिसे पंचायत द्वारा बंद करा दिया गया है जिसको लेकर लगभग चार माह पूर्व मोहल्ला के महिला पुरूष ग्राम पंचायत में सरपंच /सचिव को लिखित में आवेदन देकर बंद किए पाइप पुलिया को चालू करने निवेदन किया था किंतु सरपंच/सचिव ने ग्रामीणों के मांग को दरकिनार कर अपने जिम्मेदारी नहीं निभाई जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ा ,ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधियों के गैर जिम्मेदार कार्यप्रणाली को लेकर जमकर भड़ास निकाली ,की नाली सफाई के नाम पर ग्राम पंचायत में प्रति वर्ष लगभग 1.5 से 2 लाख रुपए खर्च किया जाता है तो ग्रामीणों के द्वारा की गई मांग पर क्यों ध्यान नहीं दिया गया
प्रदीप कुमार पांडे के परचून की दुकान तथा घर में पानी भर जाने से उनको दुकान के सामान की नुकसानी के साथ घर का सामान भी खराब हुआ है ,नंदलाल हिडको के मकान के सड़क में लगभग तीन फीट पानी भरा हुआ था उसके घर में पानी जाने से सामान खराब हुआ है ,बिरसिंग के मकान के अंदर भी पानी भरा था , आंगनबाड़ी केंद्र भवन में पानी भरा हुआ है , केंद्र बंद होने से नुकसानी का पता नही चल पाया है समाचार लिखे जाने तक बारिश चालू था
कुसुमकसा से चिपरा होकर किलेकोड़ा के रास्ते डोंडी लोहारा जाने वाली सड़क में ग्राम चिपरा में बने पूल के ऊपर लगभग दो फीट पानी का बहाव होने से आवागमन शाम को बंद हो गया जिससे कुसुमकसा से किलेकोडा,खोलझर ,जाने वालो को डोंडी लोहारा होकर 30_40किलोमीटर घूमकर जाना पड़ रहा है
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