छत्तीशगढ़/ सरकार द्वारा छत्तीशगढ़ी संस्कृति को संजोने के लिए चलाई जा रही मुहिम का असर अब बच्चे बच्चे भी दिखने लगा है प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को छेरछेरा माँगते हुए बच्चे बधाई देते हुए भी दिखे , छेर छेरा माई कोठी के धान ला हेर हेरा’ यही आवाज छेरछेरा पर्व पर सोमवार को ग्रामीण अंचलों में गूंजा। इस अवसर पर किसी के घर दान के रूप में धान तो कही चाकलेट तो किसी ने नगद राशि बच्चों व युवाओं को बांटी गई। गरियाबंद में युवाओं ने पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाते हुए घर-घर जाकर धान मांगा।
गरियाबंद में दान मांगने सभी वर्गों में दिखा उत्साह
गरियाबंद (ग्रामीण)| छेरछेरा पर्व पर बच्चे, जवान व बूढ़े सभी ने टोली बनाकर घर-घर जाकर अन्न का दान मांगा। लोगों ने दान भी दिया। अंचल में इस बार 2640 रुपए क्विंटल धान के कारण छेरछेरा का लोगों में विशेष उत्साह रहा।
इस वर्ष अच्छी फसल हाेने से छेरछेरा पर्व पर राैनक दिखाई दी। बच्चे छेरछेरा काेठी के धान हेर हेरा कहते हुए घर-घर पहुंचकर छेरछेरा मांगा। बच्चाें ने टाेलियां बनाकर बैंड पार्टी व कीर्तन मंडली के साथ घरों में सुबह 7 से ११ बजे तक छेरछेरा मांगने पहुंचे। गरियाबंद मालगांव कश सोहागपुर कोचवाय कोकड़ी एवं आसपास के गांवों में बच्चों के साथ बड़ों में उत्साह देखने को मिला
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