फौजी भाइयों के लिए बहिनों की पहल ,देश की 21 सरहदों पर बैतूल से भेजी जा रही 20 हजार राखियां ,राष्ट्र रक्षा मिशन की बहने तैयार कर रही राखियां,हर साल भेजती है राखी ।

Nbcindia24/मध्यप्रदेश/ बैतूल देश की सरहदों पर हमारी रक्षा में जुटे जवानों की कलाइयां इस रक्षाबंधन पर सुनी न रहे। उन्हें अपनापन महसूस होता रहे इस अहसास के साथ मध्य प्रदेश के बैतूल की सैकड़ो बहने इन दिनों बैतूल में हजारो राखियां बनाने में जुटी हुई है। ये राखियां देश की 21 सरहदों पर भेजी जाएगी।
कारगिल युद्ध के समय से चल रहे इस सिलसिले को लगातार जारी रखते हुए बहनों ने बैतूल में कई स्थानों पर राखियां बनाना शुरू कर दिया है।स्कूल,शैक्षणिक संस्थान,कोचिंग और घरों में सैकड़ो बहने दिन रात जुटकर राखियां बना रही है। रेशमी धागों के साथ लिपटे बहनों के प्रेम की इस सौगात को इसी महीने 22 जुलाई से सरहदों पर भेजना शुरू कर दिया जाएगा। इसके पहले राष्ट्र रक्षा मिशन से जुड़ी बहने हर साल देश की सीमाओं पर पहुचकर जवानों को राखियां बांधती रही थी। लेकिन पिछले साल हुई कोरोना त्रासदी के चलते रेलगाड़ियों के बन्द होने और अनुमतियां न मिलने की वजह से बहने सरहदों तक नही पहुच पा रही है।

इसीलिए अब इन राखियों को पोस्ट और कुरियर के जरिये सरहदों पर भेजा जायेगा। करीब 20 हजार राखियां देश की 21 अलग अलग सरहदों पर भेजी जाएगी। खास बात यह है कि इन राखियों को रेशमी धागों, चमकीले दानों ,मोतियों और जरीदार सामग्री से तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए छोटी छोटी स्कूल छात्राओं से लेकर युवतियां,गृहणियां और कालेजो की छात्राएं इन दिनों जी जान से जुटी हुई है। 21 साल से राखियां सरहदों तक ले जाने का यह सिलसिला चल रहा है । जिसे बहने मरते दम तक निभाना चाहती है।
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