
Nbcindia24/Chhattisgarh/ जांजगीर के बाल संरक्षण गृह के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आया है। संरक्षण गृह से 5 बच्चों के भागने का मामला आया है इस संबंध में संरक्षण गृह के जिम्मेदार जानकारी देने से बच रहे थे मगर पुलिस ने जानकारी स्पष्ट कर दी है।
जांजगीर प्रभारी राजेश चौधरी से मिली जानकारी के मुताबिक बाल सरंक्षण गृह में 29 जून की शाम को योगा के बाद टहलने की बात कह पांच नाबालिग भाग निकले थे। बाल सरंक्षण और चाइल्ड लाइन की टीम ने सभी बच्चों को आंध्र प्रदेश में लोकेट किया है। और उन्हें पुलिस बल के साथ लेने के लिए रवाना होने वाली है। सभी बच्चों को अभी विजिया नगर के चाइल्ड लाइन होम में रखा गया है। बच्चों की उम्र 14 से 17 वर्ष के बीच है।
दरअसल कोरोना संक्रमण के बाद से न तो बच्चेे स्कूल जा रहे और न ही बाहर घूमने। ऐसे में बच्चे मौका पाते ही भाग निकले है। काफी देर तक जब बच्चे वापस नहीं लौटे तो उनकी पतासाजी शुरू की गई। उनमें से एक बच्चा थोड़ी देर बाद वापस लौट आया, लेकिन पांच बच्चे रात को डेढ़ बजे ट्रेन में बैठकर कोरबा पहुंच गए। उसके बाद टीम ने तत्काल कोरबा की टीम को सूचना दी, तब तक बच्चे लिंक एक्सप्रेस में बैठकर आंध्रप्रदेश के लिए निकल चुके थे, ऐसे में ट्रेन की लोकेशन पता कर जांजगीर की टीम ने ट्रेन विजियानगर पहुंचने से पहले रेल पुलिस को सूचना दी।

इस मामले में बाल संरक्षण गृह के जिम्मेदार जानकारी देने से बच रहे थे मगर जांजगीर थाना प्रभारी ने जानकारी दी है कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं और जल्द उनकी वापसी हो जाएगी।
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