Nbcindia24/Chhattisgarh/ जगदलपुर सदियों से बस्तर के आदिवासी उपलब्ध सीमित संसाधनों से जीने के आदि रहे हैं । यही वजह है कि उनकी तकनीकी क्षमता का कोई जवाब नहीं ।
अ पनी जरूरत का सामान वे अपने लिए बना व जुटा लेते हैं यही वजह है कि वे किसी से कोई गुहार नहीं लगाते ।
इसका एक उदाहरण है बीजापुर जिले के उल्लूर जैसे पिछड़े गांव में बना बारिश से बचाव के लिए बांस से बना छाता।
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