छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में एक बुजुर्ग महिला दंपत्ति के साथ प्रशासनिक लापरवाही और सिस्टम की संवेदनहीनता का मामला सामने आया है। डभरा तहसील के ग्राम ठनगन में रहने वाली 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की पैतृक जमीन को दलालों और अन्य परिजनों ने मिलकर फर्जी हस्ताक्षर और कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर 2015 में रजिस्ट्री करवा लिया था।
मामला
जमीन विवाद: बुजुर्ग महिला की पैतृक जमीन को बिना उनकी जानकारी और सहमति के रजिस्ट्री करवा लिया गया।
प्रशासनिक उदासीनता: बुजुर्ग महिला ने पुलिस, तहसील और रजिस्ट्री कार्यालय से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
इच्छा मृत्यु की मांग: प्रशासनिक उदासीनता से नाराज बुजुर्ग महिला दंपत्ति ने राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है।
इस मामले में अब देखना होगा कि सिस्टम बुजुर्ग महिला को न्याय दिलाता है या नहीं। क्या प्रशासनिक लापरवाही और सिस्टम की संवेदनहीनता के कारण एक 70 वर्षीय महिला को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ेगा?
More Stories
वाह माइनिंग विभाग :- गरियाबंद में माइनिंग विभाग के अवैध रेत उत्खनन के रोकने के दावे की खुली पोल, देर रात माफिया कर रहे है अवैध उत्खनन
CG: कवर्धा जिले में रानी दहरा वाटरफॉल से दो शव बरामद।
गरियाबंद: खाद्य औषधीय प्रशासन की कार्रवाई, कुलेश्वर मेडिकल स्टोर पर दबिश।