CG: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर बाघिन की दश्तक, दहाड़ से सहमे ग्रामीण

राकेश मिश्रा पेंड्रा/ T-200 बाघिन घूमते-घूमते एक बार फिर मरवाही वन मंडल में पहुंच गई है। बाघिन के दहाड़ से फिर एक बार सहमे ग्रामीण। दरअसल कुछ दिन पहले पेंड्रा मरवाही होते हुए बाघिन मनेंद्रगढ़-चिरमिरी जिले की सीमा में विचरण कर रही थी. जहां से वन विभाग ने चिरमिरी से बाघिन का रेस्क्यू के बाद अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगल में छोड़ दिया था। बाघिन इसके बाद अचानकमार टाइगर रिजर्व से निकल कर दोबारा पेंड्रा क्षेत्र पहुंची और यहां से कोरबा जिले के पसान क्षेत्र में चली गई । य

हां ग्रामीण इलाकों में गाय और बकरियों का शिकार करने के साथ ही बाघिन ने कटघोरा वन मंडल में जंगली सूअर का भी शिकार किया। जिससे कटघोरा वन मंडल के ग्रामीण दहशत में थे। बाघिन कटघोरा वन मंडल के केंदई रेंज और पसान रेंज में विचरण करने के बाद फिर से एक बार फिर मरवाही वन मंडल के जंगल में पहुंच गई है। फिलहाल कोडगार, बम्हनी, पंडरीपानी, घाटबहरा के जंगल में बाघिन विचरण करने के बाद खोडरी रेंज के उमरखोहि के जंगल पहुंच गई। जिसकी पुष्टि मरवाही वनमंडल डीएफओ रौनक गोयल ने की है। वही वन विभाग की टीम 24 घंटे ट्रैकिंग करने में लगी हुई है। साथ ही बाघिन की कॉलर आईडी लगे होने की वजह से विभाग को उसे ट्रेस लोकेशन मिलता रहता है। लोकेशन के आधार पर आसपास के गावों में वन विभाग द्वारा मुनादी कर ग्रामीणों को अलर्ट भी किया जा रहा है।

वन विभाग की टीम लगातार बाघिन के पीछे लगे हुए हैं ताकि किसी तरह से कोई नुकसान ना हो और बाघिन भी सुरक्षित रह पाए लेकिन भालूलैंड के नाम से मशहूर मरवाही वन मंडल में बाघिन की आमद से कहीं ना कहीं ग्रामीण डरे हुए हैं, हालांकि वन विभाग बाघिन के हर मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है, व ग्रामीणों को बाघिन के लोकेट क्षेत्र में मुनादी कर अलर्ट भी विभाग द्वारा किया जा रहा।वहीं बाघिन के ट्रैक क्षेत्र में मौके पर एसडीओ सिदार पहुंचे व उन्होंने बताया की बाघिन पर निगरानी रखी जा रही,मुनादी कर लोगो को अलर्ट किया जा रहा,व बाघिन जिस रुट से निकली थी वापस उसी रुट में चल रही, कटघोरा के जंगल मे मवेशियों के शिकार के बाद अब तक मरवाही वनमण्डल में इसके द्वारा कोई शिकार नही किया गया है ।

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