छत्तीसगढ़ प्रदेश मे महिलाओं की सुरक्षा व लचर कानून व्यवस्था को लेकर पत्रकार वार्ता

नौ माह की भाजपा सरकार के राज में छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित,प्रदेश में अब तक महिलाओं के प्रति 3094 अपराध हुए जिसमें 600 से अधिक बलात्कार की घटना

दंतेवाड़ा @ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर सोमवार को कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस के द्वारा प्रदेश में आए दिन महिलाओं के साथ अत्याचार व गैंगरेप की घटनाएं बढ़ती जा रही है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है, इसे लेकर पत्रकार वार्ता की गई।

पत्रवार्ता को वीरेंद्र गुप्ता उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस, जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष इंद्रा शर्मा, जिला महामंत्री सलीम रज़ा उस्मानी,जिला महामंत्री विमल सलाम, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गणेश दुर्गा,महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष इंद्रा ठाकुर, प्रवक्ता राकेश मंडावी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि नौ माह के भाजपा सरकार के राज में छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित हो गई है।प्रतिदिन प्रदेश में कहीं न कहीं सामुहिक बलात्कार की घटनाएं हो रही है।

इससे बड़ा दुर्भाग्यजनक क्या हो सकता है कि राजधानी में महिलाएं सुरक्षित नही है। रायपुर नया बस स्टैंड में एक महिला के साथ सामुहिक दुष्कर्म होता है, दूसरे दिन रिपोर्ट लिखा गया लेकिन उसमें भी सामूहिक दुष्कर्म को नकार दिया गया,यहाँ भी पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी रही। पूरे प्रदेश में महिलाएं घर से बाहर निकलने में भयभीत हो रही है।

बस्तर, जशपुर, बिलासपुर, अम्बिकापुर से लेकर राजधानी रायपुर में भी महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।बेहद दुर्भाग्य जनक है कि सरकार जिसे इन मामलों को गम्भीरता से लेकर कार्यवाही करवाना चाहिए लेकिन बलात्कार जैसी घटनाओं को भी छुपाने और अपराधियों को बचाने का काम कर रही है। पिछले आठ माह में प्रदेश में महिलाओं के प्रति 3094 अपराध हुए जिसमें 600 से अधिक बलात्कार की घटना हुई है।

जैसा कि आप जानते हैं की भिलाई के डीपीएस स्कूल में 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार की घटना हो जाती है बिना एफआईआर के एसपी ने घटना को नकार दिया जबकि पास्को एक्ट में प्रावधान है कि ऐसी कोई घटना होने पर पहले एफआईआर होना चाहिए उसकी बाद जांच होनी चाहिए भिलाई के बच्चे के साथ दुराचार के मामले में दो-दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बच्ची के निजी अंगों में चोट है कुछ गलत हुआ है उसके बाद भी एसपी मामले को नकारते हैं।

हम यह पूछना चाहते हैं कि पुलिस ने एफआईआर कब किया, मेडिकल बोर्ड का गठन कब हुआ ,बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कब कराया गया, घटना सरकार के संज्ञान में था क्या ,और सरकार ने क्या कार्य किया पास्को एक्ट में एफआईआर बिना किए क्लीन चिट दिए जाने के कारण एसपी पर कार्यवाही क्यों नहीं किया गया। और और यह बेहद दुर्भाग्य जनक है कि बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में डीपीएस स्कूल में 4 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुराचारी पर मौन धारण किए हुए हैं।

इसी तरह रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुराचार किया पुलिस रिपोर्ट लिखने में बहाने बाजी कर रही थी , मीडिया के दबाव में रिपोर्ट लिखा गया जशपुर में भी एक नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक दुराचार हो गया।कोंडागांव में एक महिला के साथ सामूहिक दुराचार हो गया, 20 दिन तक रिपोर्ट नहीं लिखी गई।

इस मामले में कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि हम अपनी बहन बेटियों की रक्षा की लड़ाई लड़ेंगे और आंदोलन करेंगे साथ ही सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए मजबूर करेंगे। पत्रकार वार्ता में शेखर जादौन, उमेश कश्यप, संदीप राठौर, सहदेव नाग प्रवीण नाग राजेश चौरे ,आकाश विश्वास, जितेंद्र कश्यप, कमलू अतरा, संजय शर्मा ,गायेंद्र सिंह ,शैलेंद्र यादव, उमेश राणा ,अरुण सोनानी उपस्थित रहे।

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