दंतेवाड़ा @ जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था किस कदर बदहाल है इसके नमूने आये दिन समाचारों की सुर्खियां बनते रहते हैं. ताज़ा मामला गुमलनार पटेलपारा का है जहां प्रसव पीड़िता पूंगार अटामी को शुक्रवार रात 11-12बजे प्रसव पीड़ा होने पर स्वजनों ने 102 को डायल किया लेकिन फिर भी एम्बुलेंस नहीं भेजा गया.
बल्कि उन्हें सलाह दिया गया कि 112 में कॉल करें. प्रसव पीड़िता की हालात बिगड़ते देख संजीवनी 108को कॉल किया गया. लगभग आधे घंटे में यह टीम मितानिन सहित पहुंच गई और बागडोर सम्हालते उसे तुमनार उप स्वास्थ्य केंद्र रात एक बजे पहुंचाया. लेकिन उस वक्त स्वास्थ्य केंद्र का मेन गेट बंद था और कोई भी कर्मचारी वहां मौजूद नहीं रहा.
आखिरकार 108के सदस्य इएमटी रविंद्र कुमार, पायलेट अशोक सिंह ठाकुर,मितानिन और पीड़िता के पति घासीराम सास-ससुर ने मिलकर संजीवनी 108 एम्बुलेंस में ही नार्मल डिलीवरी करा था. गनीमत रही कि कोई भी अप्रिय स्थिति नहीं हुई. लेकिन सवाल यह उठता हैं कि आपातकाल के दौरान ही इन सेवाओं की दरकार होती है और अक्सर देखा जाता है कि इन सेवाओं के प्रति कर्मी लापरवाह होते हैं और व्यवस्था में बड़ी खामिया देखी जाती है.
बहरहाल जिले में नए सीएमएचओ की पदस्थापना के बाद व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जरुर थी लेकिन लगातार स्वास्थ्य विभाग के मामले आ रहें हैं जिन ओर अंकुश लगाने की जरुरत होगी.
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