छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कुसमुंडा कोयला खदान में एकाएक बारिश के कारण पानी के तेज बहाव में निरीक्षण करने पहुंचे चार अधिकारियों में से एक अधिकारी बहाव में बह गया। अधिकारी की तलाश की जा रही है।
कोल इंडिया की सहायक कम्पनी साऊथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की कुसमुंडा खदान में ओव्हर बर्डन के काम का निरिक्षण करने गोदावरी नामक निजी कंपनी के चार अधिकारी दोपहर करीब 3 बजे गोदावरी फेस पर गए थे। इनमें सीनियर अंडर मैनेजर गोदावरी फेस इंचार्ज जितेन्द्र नागरकर भी शामिल थे। निरीक्षण के दौरान देर शाम एकाएक बारिश शुरू हो गई जिससे बचने के लिए चारों अधिकारी खदान में अस्थायी रूप से कम के लिए रखे गए गुमटी में चले गए। करीब 5 बजे के आसपास चारों अधिकारियों ने किसी तरह यहां से निकलने की सोची। तब तक तेज बारिश के कारण खदान क्षेत्र में ऊपरी पानी का बहाव और दबाव बढऩे लगा था। खदान में लगातार हो रही तेज बारिश की वजह से मिट्टी बहने लगी। इधर किनारे-किनारे चट्टानों का सहारा लेकर निकलने की जुगत में 2 अधिकारी तो सकुशल वहां से बाहर आ गए लेकिन जितेन्द्र नागरकर व एक अन्य अधिकारी बह गए।
एक अधिकारी ने तो किसी तरह चट्टान को पकडक़र अपनी जान बचा ली लेकिन नागरकर पानी और मिट्टी के बहाव में तेजी से बह गए। इसकी जानकारी सुरक्षित बचे अधिकारियों ने तत्काल एसईसीएल के अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही हडक़म्प मच गया और आनन-फानन में रेस्क्यू टीम को बुलाया गया। राज्य आपदा प्रबंधन (एसडीआरएफ) की टीम को भी सूचना दी गई जो घटनास्थल पर पहुंची। मौके पर कुसमुंडा महाप्रबंधक राजीव सिंह सहित अन्य अधिकारी व गोदावरी कंपनी के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। समाचार लिखे जाने तक रेस्क्यू कार्य जारी था।
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