NH 30 6 दिनों से बंद खुला, लगी थी गड़ियो कि लंबी कतार,

लगातर बारिश से जन सुकमा सरहद आंध्र प्रदेश चट्टी बारिश से जीवन अस्त व्यस्त दो गांवों के 20 हजार लोगों को किया गया हुये थे प्रभावित

धर्मेन्द्र सिंह सुकमा @ जिले में लगातार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त है सुकमा जिले के कोंटा से लगे चिंतुर में सबरी का पानी दो गांवों सिरवनचा और रिलेरू में भर गया है जिस कारण 20 हजार लोगों को विस्थापित किया गया है सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना ट्रक ड्राइबरो और यात्रियों को हो रहा है चार दिनों से लोगों फसे हुये है.


सुकमा और कोन्टा के बीच नेशनल हाईवे 30, में जल भराव करीब तीन दिन बाद काम हुआ। रविवार के रात्रि 12 बजे के बाद कोन्टा और सुकमा के बीच सड़क खुलने से वाहनों का आवागमन शुरू हुआ। बाढ़ में फंसी यात्री बसें और अन्य मालवाहक वाहनों का आवागमन शुरू हुआ। लेकिन दूसरी और कोन्टा को पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से जोड़ने एनएच 30, कोन्टा और चट्टी के पास कुमुरुर नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण सड़क के ऊपर जल भराव होने के कारण यहां पर पिछले चार दिनों से नेशनल हाइवे बंद है, यहां पर रविवार शाम 06 बजे से सड़क मार्ग में जल भराव हुआ और दूसरे दिन शाम जस की तस स्थिति बनी रही, जिसके कारण से आवागमन यहां पूरी तरह से बंद है।

छत्तीसगढ़ की अंतिम छोर सुकमा जिले की कोन्टा इलाके लगा है, इसी क्षेत्र में आंध्र प्रदेश, ओडिशा के नदियों का संगम बनता है, जिसकी वजह से इन इलाकों में अधिक बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात निर्मित होते हैं इसी कारण से इसका प्रभाव नेशनल हाईवे 30 में दिखता है क्योंकि कई नदी नाले इस इलाके के उफान पर आने की वजह से सड़क मार्ग बाधित हो जाता है और आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है। इधर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना पोलावरम बांध और ढोलेश्वर बांध का गेट खुला है, इधर लगातार बारिश होने की वजह से क्षेत्र में नदी नाले उफान पर है, जिसकी वजह से कई जगह जल भराव होने की स्थिति के कारण बाढ़ जैसे हालत निर्मित हो गये थे लोगो को अब राहत है कि आज सुबह सड़क से पानी उतर गया है NH30 फिर से चालू हो गया है

आंध्र प्रदेश के चट्टी के पास सड़क में था जल भराव

छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर सुकमा जिले के कोन्टा के आंध्र प्रदेश से जोड़ने वाले एनएच 30 पिछले चार दिनों से बंद है। कोन्टा से तीन किमी दूर सड़क में जल भराव होने की वजह से दोनों और वाहनों की लंबी कटारे खड़ी है वहीं बीते तीन दिनों तक सुकमा और कोन्टा के बीच वहां ने फांसी रही। जैसे ही सुकमा और कोन्टा के बीच पानी कम हुआ। इसके बाद ओडिशा सिलेरू नदी सहित यहां की अन्य छोटी बड़ी नदी नाले उफान पर आने की वजह से सड़क में जल भराव होने के कारण आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया। आंध्र प्रदेश क्षेत्र में लगातार बारिश होने की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका था आज 6 दिनों बाद सड़क चालू हुआ

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