छत्तीसगढ़ में रिश्वतखोरों का बोलबाला, एंटी करप्शन ब्यूरो के हत्थे चढ़े दो और रिश्वतखोर अधिकारी।

छत्तीसगढ़ में इन दोनों रिश्वतखोर अधिकारियों और उनके बाबुओं की बाढ़ आ गई जिन्हें ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) में शिकायत के बाद धर दबोचा जा रहा है ऐसे अधिकारियों से परेशान पीड़ितों द्वारा आए दिन ACB में शिकायते की जा रही है जिसे गंभीरता से ले ACB द्वारा चक्रव्यूह बना सुनियोजित तरीके से भ्रष्ट रिश्वतखोर अधिकारी और उनके बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा जा रहा है।

ऐसे ही दो अलग-अलग मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दंतेवाड़ा विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. वेणु गोपाल राव को 15 हजार की रिश्वत और संचालनालय (स्वास्थ्य सेवाएं) रायपुर के बाबू को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा है ।

सुनील कुमार नाग दंतेवाड़ा निवासी प्राथी से विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. वेणु गोपाल राव द्वारा कार्यालय में विभाग में किराए से चल रहे दो वाहनों की बिल भुगतान के लिए 15 हजार की रिश्वत मांगी गई थी जिससे परेशान होकर पीड़ित ने प्रूप के साथ एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत किया, इसके बाद एसीबी टीम द्वारा योजना बना 15 हजार की रिश्वत लेते उन्हें रंगे हाथ धर दबोचा।

दूसरी कार्यवाही नेमिका तिवारी स्टाफ नर्स सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजिम, गरियाबंद की शिकायत पर हुई इनके द्वारा अध्ययन अवकाश स्वीकृति के लिए जिला स्वास्थ्य कार्यालय में आवेदन दिया गया था जो अग्रिम कार्रवाई हेतु संयुक्त संचालक (नर्सिंग), संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं सेक्टर -19 नया रायपुर कार्यालय में लंबित था जिस फाइल को आगे बढ़ाने के लिए कार्यालय का सहायक अधीक्षक सूरज कुमार नाग के द्वारा 20 हजार रिश्वत मांग की गई थी, जिसे लेकर पीड़िता नेमिका तिवारी द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत के बाद आरोपी सूरज कुमार नाग को उनके सरकारी आवास के पास प्रार्थी द्वारा 20 हजार रिश्वत देते ACB की टीम ने रंगे हाथ धर दबोचा।

मामले में ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) द्वारा दोनों रिश्वतखोर अधिकारी के विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की गई ।

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