तीन जिले के सीमावर्ती क्षेत्र हांदावाड़ा के रेकावाया के बीच घने जंगलो एवम पहाड़ियों के बीच पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 8 माओवादी ढेर

72 घंटे चले एंटी नक्सल ऑपरेशन में 7-8 बार रुक रुककर चलती रही फायरिंग,जवानों ने 8 नक्सलियों को किया ढेर

 

 

शैलेश सेंगर दंतेवाड़ा / जिले में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत तीन जिले के दंतेवाड़ा,नारायणपुर,बस्तर के जवानों के सयुक्त टीम को अबूझमाड़ के जंगलों में सर्चिंग के रवाना किया गया था।

 

 

बताया जा रहा है की रेकावाया गांव के जंगल में प्रतिबंधित भाकपा माओवादियों के माड़ डिवीजन एवं पूर्वी बस्तर डिवीज़न के अंतर्गत इंद्रावती एरिया कमिटी के DVCM दीपक, कमलाकर,सपना उर्फ सपनक्का, प्लाटून नंबर 16 का कमांडर मल्लेश के साथ 50-60 सशस्त्र माओवादियो की उपस्थिति की आसूचना पर उप पुलिस अधीक्षक राहुल उइके,आशीष नेताम एवम नारायणपुर से उप पुलिस अधीक्षक प्रशांत देवांगन की नेतृत्व में दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर जिले के डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के साथ एसटीएफ की संयुक्त टीम नक्सल उन्मूलन अभियान पर निकली थी।

 

 

रेकावाया गांव के जंगल में माओवादियों के द्वारा स्थापित अस्थाई ट्रेनिंग कैम्प को ध्वस्त किया गया। गुरुवार को सुबह लगभग 11 बजे गश्त के दौरान सुरक्षा बलों पर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू की,जवानों ने भी मुस्तैदी से मोर्चा सम्भाला। जवानो ने नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।

 

 

मुठभेड़ के बाद कार्डन एवम सर्च की कार्यवाही के दौरान घटनास्थल से 8 वर्दीधारी माओवादियों (जिसमें 4 महिला, 4 पुरुष माओवादी शामिल है) के शव के साथ, 1 नग 303, 1 नग 315 बंदूक, 2 नग 12 बोर , 4 SBML ,7 BGL सेल,तीर बम,2 कूकर IED, वायरलेस सेट,बैटरी,माओवादी वर्दी,इलेक्ट्रिक वायर,प्रतिबंधित माओवादी संगठन के प्रचार प्रसार की सामग्री, पिट्ठू, 400 जोड़ी चप्पल,सिलाई मशीन,अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद किया गया।

 

 

भारी मात्रा में डंप का सामान वही सुरक्षा बल द्वारा नष्ट किया गया। इस मुठभेड़ में कई माओवादी घायल भी हुए हैं जिन्हे उनके साथी माओवादी घने जंगल और पहाड़ों का फायदा उठाकर ले जाने में सफल हुए।

 

 

आज शुक्रवार को पुलिस टीम की वापसी के दौरान सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से माओवादियों ने 15 किलो का IED प्लांट किया था जिसे सुरक्षा बलो के द्वारा सुरक्षित रूप से मौके पर नष्ट किया गया साथ ही माओवादी घेराबंदी में स्वयं को फसता देखकर बचने के लिए माओवादियो ने वर्दी बदलकर सिविल कपड़े पहन लिए। घेराबंदी के समय कुछ संदेहियों को पकड़ कर पूछताछ करने एवम अग्रिम कार्यवाही के लिए जिला मुख्यालय लाया जा रहा है।

Nbcindia24

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