आमंत्रित देवी देवताओं की विदाई के साथ ऐतिहासिक फागुन मेले का हुआ समापन

देव पुजारियों को दिया गया फल और नेग,फाल्गुन मड़ई में आए देवी-देवता विदाई समारोह में हुए शामिल

 

 

शैलेश सेंगर दंतेवाड़ा / आस्था, श्रद्धा, एवं परम्परा के अनुठे संगम का प्रतीक ऐतिहासिक फागुन मेले का आज समापन कार्यक्रम माई दंतेश्वरी मंदिर के परिसर मे संपन्न हुआ। इस मौके पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी सीईओ कुमार बिश्वरंजन, एसडीएम जयंत नाहटा, मुख्य जिया पुजारी हरेंद्र नाथ सहित गावं परगना से आए हुए देव पुजारी उपस्थित थे।

 

इस वर्ष आयोजित फागुन मंडई की प्रमुख विशेषता मेले में 900 से अधिक स्थानीय देवी देवताओं की उपस्थिति रही। इसमें तेलंगाना और ओडिशा राज्य के देवी देवताओं ने भी पहली बार मडंई में शिरकत किया। इस मौके पर मड़ई के सफल आयोजन की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कलेक्टर ने कहा कि मेला मड़ई हमारी संस्कृति और परम्परा के धरोहर है .

 

इस फागुन मंडई में सभी परम्परागत प्रसंगों का प्रस्तुतीकरण एवं समस्त दैवीय अनुष्ठानों का नियमानुसार भली-भांति पालन किया गया और सभी की इसमें सहभागिता रही। इसके लिए मड़ई से जुड़े सभी देव पुजारी बधाई के पात्र है। आने वाले वर्ष में फागुन मड़ई के आयोजन को और भी बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।

 

इसके साथ ही मुख्य पुजारी ने भी विभिन्न ग्रामों से आये देव पुजारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी उनका सहयोग मिलता रहेगा। इस समापन अवसर पर सभी देव पुजारियों को कलेक्टर द्वारा फल और नेग प्रदान करके रस्म अदायगी की गयी।

 

इसके साथ ही उक्त आयोजन में स्वीप कार्यक्रम के तहत उपस्थित देव पुजारियों से शत प्रतिशत मतदान की अपील भी करी गई। साथ ही उनसे वापस अपने ग्राम जाकर ग्रामीणों को लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने हेतु जागरूक करने का भी आग्रह किया गया।

Nbcindia24

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