भाजपा की सरकारों में आदिवासियों पर अत्याचार के इतिहास रहे है, और अब साय सरकार में उसी तरह के काले अध्याय पूनः दर्ज हो रहे: विमल सलाम जिला कांग्रेस महामंत्री वा प्रवक्ता

भाजपा की सरकारों में आदिवासियों पर अत्याचार के इतिहास रहे है, और अब साय सरकार में उसी तरह के काले अध्याय पूनः दर्ज हो रहे: विमल सलाम जिला कांग्रेस महामंत्री वा प्रवक्ता

 

 

शैलेश सेंगर दंतेवाड़ा/ पूर्ववर्ती 15 साल की भाजपा सरकार के दौरान नक्सली क्षेत्रों में हुए महिला विरोधी अत्याचार एक बार फिर लोगों के स्मृति में आने लगा है। विष्णु देव साय की सरकार में अपराधियों और आरोपियों के हौसले बुलंद है पीड़ित को ही प्रताड़ित करने का सिलसिला भाजपा की सरकार में चल रहा है

 

जिला नारायणपुर शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अध्यनरत नाबालिक छात्राओं से विद्यालय के शिक्षकों द्वारा लंबे समय से किये जा रहे अश्लील हरकतें, अश्लील बातें एवं अभद्र व्यवहार छेड़खानी की जा रही थी।साय सरकार ने नाबालिक बच्चियों के खिलाफ होने वाले इस जघन्य अपराध पर कार्रवाई के बजाय लीपा पोती किया गया।

 

बस्तर के नारायणपुर जिले की यह घटना झलियामारी, मीना खलको, मड़कम हिडमे और सोनी सोरी के प्रकरण की विभत्स घटनाओं की पुनरावृत्ति की तरह है।

 

जैसे झलियामारी में मासूम बच्चियों के साथ शारीरिक शोषण शासकीय आश्रमों में हो रहा था कुछ वैसी ही घिनौना प्रयास नारायणपुर में हुआ।बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली भाजपा की साय सरकार में बेटियां स्कूल जाने से डर रही है।नारायणपुर, बस्तर, सूरजपुर, अंबिकापुर, दुर्ग, भिलाई, रायपुर में लगातार महिलाओं के ऊपर हमले हो रहे हैं, हिंसा हो रहा है, हत्याएं हो रही है, छेड़छाड़ हो रहा है।

 

भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश में महिलाएं बेटियां असुरक्षित हुई है।महिलाओं बेटियों के साथ छेड़छाड़ रेप अपहरण मारपीट हिंसा की घटनाएं बढ़ी।

 

पूर्व के रमन सरकार के दौरान भी महिला अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ देश में टॉप फाइव राज्यों में था।एक बार और वही स्थिति निर्मित हो गई है साय सरकार में माता बहनें बेटियां डरी हुई भयभीत है स्कूल हो या बाजार घर कहीं भी महिलाये सुरक्षित नहीं है।

 

सूरजपुर जिला के शिक्षा अधिकारी ने अपराधियों के डर से सुरक्षा देने में हाथ खड़ा कर दिया स्कूल जाने वाले बच्चों के माता-पिता को पत्र लिखकर बच्चों की सुरक्षा स्वयं करने।को निर्देशित किया।साय सरकार बनने के बाद दूसरे राज्यों से महिलाओं को छत्तीसगढ़ में लाकर उनकी हत्या कर दी जा रही है उनके साथ रेप की घटनाएं हो रही है।

 

छत्तीसगढ़ अराजकता की और आगे बढ़ रहा है और साय सरकार मोदी की गारंटी के नाम से सिर्फ विज्ञापन बाजी कर रही है।नारायणपुर जिला की घटना के प्रभावित गांव का दौरा कर सभी पीड़ितों के परिजनों, ग्राम वासियों, प्रशासन और पीड़ित बालिकाओं से भेंट कर विस्तृत चर्चा की।आरोपियों ने छात्राओं से अश्लील हरकतें, अश्लील बातें एवं अभद्र व्यवहार किया, शारीरिक, मानसिक रूप से नाबालिक बालिकाओं को अत्यधिक प्रताड़ित किया।

 

आरोपियों ने अपने कुकृत्यों को ढकने के लिए बच्चियों और उनके परिजनों को लगातार धमकाते रहे।ग्राम के सरपंच एवं शाला समिति के सदस्य पीड़ित बच्चियों के पालकों को बुलाकर धमकाएं, उनसे जबरिया माफीनामा लिखवाकर कागजों में हस्ताक्षर करवाए जिससे यह स्पष्ट है कि पूरे मामले की लीपापोती करने प्रशासन के संरक्षण में पीड़ितों को ही प्रताड़ित किया गया।

 

नारायणपुर जिले के कलेक्टर और एसपी ने शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की।इतनी संवेदनशील घटना के 8-10 दिन बाद भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया गया। रिपोर्ट भी तब दर्ज किया गया जब हमारे जांच दल ने दबाव बनाया।आरोपियों के संबंध भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से है उनके भाजपा नेताओं से नजदीकी संबंध के वीडियो, फोटो सार्वजनिक है।

 

भाजपा नेता उनको संरक्षण दे रहे है।छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार आने के बाद एक बार फिर से महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं।यौन शोषण, हत्या और बलात्कार की घटनाएं आम हो गई है।कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा के मामले में साय सरकार पूरी तरह से असहाय है।विगत 25 फरवरी 2024 को कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र में हुये तथाकथित पुलिस नक्सली मुठभेड़ में तीन निर्दोष आदिवासी मारे गये।

 

कांग्रेस ने हाईकोर्ट के वर्तमान जज की निगरानी में न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर राज्यपाल को विगत 6 मार्च 2024 को ज्ञापन सौपा है। अब तक साय सरकार इस मामले में कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर पायी। साय सरकार के अत्याचार के खिलाफ कांग्रेस पीड़ित आदिवासियों के साथ न्याय मिलने तक संघर्ष करेंगे।बस्तर के मुतवेण्डी गांव में विगत 1 जनवरी 2024 को बस्तर में ही बंदूक से निकली एक गोली मासूम की जिंदगी छिन ली।

 

घर में चारपाई पर बैठकर अपनी बेटी को दूध पीला रही उस महिला का आरोप है कि प्रशासन का क्रॉस फायरिंग में गोली लगने का दावा झूठा है। जिस तरह से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय सोनकू और बिजलू जैसे मीडिल स्कूल के नाबालिक बच्चों को गोली मारकर पहले नक्सली बताया गया था उसी तरह के अत्याचार साय सरकार में फिर से शुरू हो गये।

 

जस्टिस पटनायक की रिपोर्ट में ये तथ्य उजागर हुये है कि भाजपा के विगत 15 साल के कुशासन में बस्तर में 1379 फर्जी प्रकरण दर्ज कर भोले भाले निर्दोष आदिवासियों को जेल में डाला था जिन्हे पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में न्याय मिला। इसी तरह ताड़मेटला में सैकड़ों घर जलाये गये। सारकेगुड़ा, एड़समेटा, पेद्दागेलूर में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के संरक्षण में फर्जी एन्कांउटर हुये।

 

भाजपा की सरकारों में आदिवासियों पर अत्याचार के इतिहास रहे है, और अब साय सरकार में उसी तरह के काले अध्याय पूनः दर्ज हो रहे। इस दौरान मौजूद जिला कांग्रेस महामंत्री वा प्रवक्ता विमल सलाम,जिला कांग्रेस सचिव जितेन्द्र (जीतू),जिला कांग्रेस सचिव कमलू अतरा, जिला अध्यक्ष युवा कांग्रेस गणेश दुर्गा,नगर अध्यक्ष युवा कांग्रेस गयेंद्र सिंह, राहुल राव मौजूद रहे।

Nbcindia24

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