“सफलता की कहानी”रीपा से मिली जीने की नई राह,बमलेश्वरी स्व सहायता समूह के सदस्यों ने अंडा उत्पादन के माध्यम से बधाई अपनी आय

“सफलता की कहानी”रीपा से मिली जीने की नई राह,बमलेश्वरी स्व सहायता समूह के सदस्यों ने अंडा उत्पादन के माध्यम से बधाई अपनी आय

कोंडागांव/विजय साहू / कोंडागांव जिले के छोटे राजपुर में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना से यहां की बमलेश्वरी स्व सहायता समूह के सदस्यों को जीने की नई राह मिली। इस समूह की अधिकांश महिलाएं अपने घरेलू कार्य के साथ मजदूरी करती थीं। खेती-किसानी के दौरान काम तो मिल जाता था, लेकिन बाकी समय इन्हें काम खोजने में मुश्किलें आती थी। गांव में ग्रामीण औद्योगिक पार्क के बाद इन्होंने यहां अंडा उत्पादन का कार्य प्रारंभ किया। रीपा में इन्हें बिजली, पानी, लेयर फार्मिंग के लिए स्थान आदि सुविधाएं मिलने से कार्य प्रारंभ करने में आसानी हुई। इसी वर्ष मार्च में कार्य प्रारंभ करने के बाद यह स्व सहायता समूह अब तक 2 लाख 33 हजार 718 अंडों का उत्पादन कर चुका है, जिसमें 2 लाख 26 हजार 584 अंडों की बिक्री हो चुकी है। स्व सहायता समूह अब तक 12 लाख 91 हजार रुपए के अंडे बेच चुकी है। स्व सहायता समूह महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को भी अंडों की आपूर्ति कर रही है। आय बढ़ने से इनके जीवन स्तर में सुधार के साथ ही सम्मान में भी वृद्धि हुई है।

स्व सहायता समूह के सदस्यों ने ग्रामीण औद्योगिक पार्क के माध्यम से रोजगार का अच्छा माध्यम उपलब्ध कराते हुए आत्मनिर्भरता की राह पर ले जाने, जीवन स्तर में वृद्धि और समाज में मिल रहे सम्मान के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया है।

Nbcindia24

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