नवजात शिशुओं को नियमित स्तनपान एवं टीकाकरण से बच्चों का भविष्य उज्ज्वल रहता है,पारंपरिक बैगाओं और चिकित्सा विशेषज्ञोंके बीच विशेष चर्चा यूनिसेफ, MCCR और जिला स्वास्थ्य विभाग का आयोजन
सुकमा /धर्मेंद्र सिंह/ बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर केंद्रित कार्यशाला में सुकमा जिले के विभिन्न ब्लॉक से बैगा, गुनिया, पेरमा एवं सिरहा और चिकित्सा विशेषज्ञों की मौजूदगी में हुई। यह स्वास्थ्य संबंधी विमर्श यूनिसेफ़, मिडिया कलेक्टिंव फॉर चाइल्ड राइट्स, सुकमा जिला स्वास्थ्य विभाग,एवं राजनांदगाव मेडिकल कॉलेज के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।इस परिचर्चा में नवजात शिशुओं के लिए 1000 दिन तक आवश्यक स्तनपान, 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य जांच आदि विषयों पर चर्चा की गई।
सदूर अंचल एवं शहरी क्षेत्र में संचालित कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया। चर्चा के दौरान स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि हर हाल में गर्भवती माताओं को नियम पूर्वक उचित देखभाल, आहार एवं जरुरी दवाइयों के साथ साथ नियमित स्वास्थ्य जांच और पोषण आहार से सम्बंधित जांच को आवश्यक बताया।वहीं दूसरी ओर प्रसव पूर्व एवं प्रसव के बाद उचित देखभाल के लिए स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं के उपयोग और उससे होने वाले फायदों को बताया गया।वयस्कों में बीपी-शुगर जैसी बीमारियां आम हो गई हैं। स्तनपान से बच्चों की रोग प्रतिरक्षक क्षमता बढ़ती है। स्तनपान करवाने से माताओं को स्तन कैंसर से बचाव होता है। माहवारी की वजह से एनीमिक होने से बचने के लिए आयरन टेबलेट और अन्य चीजों की जरूरत होती है। मुनगा यानी सहजन की पत्तियों का पावडर उपयोग करना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है।
डॉ अक्षय तिवारी, यूनिसेफ़ स्टेट आरएमएनसीएच ने कहा कि बच्चों के लिए नियमित टीकाकरण उनके भविष्य के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है तथा इसमें किसी तरह भी कोई कोताही नही होनी चाहिए।
ड़ी. श्याम कुमार, समन्वयक मीडिया कलेक्टिव फ़ॉर चाइल्ड राइट्स ने, बच्चों में 12 गंभीर बीमारियों व उनसे बचाव, गर्भवती महिलाओं, किशोरी बालिकाओं का टीकाकरण के बारे में बताया।समुदाय में सिरहा-गुनिया के प्रभाव का सकारात्मक उपयोग जन जागरूकता लाने में भी कर सकते हैं। आपकी एक छोटी सी सही सलाह किसी का जीवन भी बचा सकती है।
डॉ महेश शाण्डिया, सीएमएचओ ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि टीकाकरण करवाने से 12 प्रकार की बीमारियों से बचाव होता है। और ऐसी बीमारियों में अगर बैगा, गुनिया, सिरहा, पुजारी और पेरमा के सहयोग से हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्वास्थ्य और जान की रक्षा कर सकें तो इससे बेहतर कुछ नही होगा।
प्रमोद पोटाई, लोक प्रशिक्षक( एमसीसीआर) ने स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देते हुए लोगों की जिज्ञासा का समाधान किया।वंही अपने पारंपरिक ज्ञान का उपयोग करते हुए आधुनिक चिकित्सा कि ओर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर सुकमा जीले के डीपीएम भास्कर चौधरी,डीआईओ डॉ दीपेश चंद्राकर, शास्वत सिंह बीपीएम, छिंदगढ़, कोंटा, दोरनापाल, तोंगपाल, कुकानार, पाकेला, आदि छेत्रों से तकरीबन 100 के करीब महिला पुरुष बैगा, गुनिया, सिरहा, पेरमा एवं एमसीसीआर के सुकमा जिले के वरिष्ठ सदस्य धर्मेंद्र सिंह, मनीष सिंह, मोहन ठाकुर और विभिन्न समाज प्रमुख मौजूद थे
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