ग्रामीणों ने भानुप्रतापपुर अन्तागढ़ मार्ग पर किया चक्का जाम,शीतला मंदिर के लिए रास्ता देने की कर रहे थे मांग

ग्रामीणों ने भानुप्रतापपुर अन्तागढ़ मार्ग पर किया चक्का जाम,शीतला मंदिर के लिए रास्ता देने की कर रहे थे मांग

कांकेर/भानुप्रतापपुर /जावेद खान की रिपोर्ट/कांकेर जिले के स्टेट हाईवे क्रमांक 5 में भानुप्रतापपुर से अन्तागढ़ जाने वाले मार्ग पर ग्राम नारायणपुर के ग्रामीणों ने सुबह लगभग 10:30 बजे चक्का जाम कर दिया। ग्राम नारायणपुर के सैकड़ो ग्रामीण सड़क पर बैठ गए और नारे लगाने लगे। ग्रामीणों की मांग थी, कि गांव में स्थित शीतला मंदिर मैं आने जाने के लिए मुख्य मार्ग की ओर से रास्ता दिया जाए। ग्रामीणों ने बताया कि यह शीतला मंदिर 100 वर्षों से भी अधिक पुराना मंदिर है, और यह न केवल ग्राम नारायणपुर अपितु भानुप्रतापपुर, कन्हारगांव व क्षेत्र के अन्य गांवों की आस्था का केंद्र भी है। इस मंदिर के चारों ओर ग्राम कन्हारगांव के कृषक शेखर यदु की पट्टे वाली जमीन स्थित है। जिस पर शेखर यदु ने हल चला दिया है, जिसकी वजह से मंदिर जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है, कि उन्हें मंदिर जाने के लिए रास्ता प्रदान किया जाए और वर्ष में एक बार लगने वाले मेला एवं अन्य कार्यक्रमों के लिए भी जगह दी जाए।

प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से बात की और लंबी चर्चा के बाद यह तय हुआ कि सात दिनों के अंदर अंदर मामले का निराकरण कर लिया जाएगा। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है, कि बहुत जल्द दोनों पक्षों से बात कर मामले को सुलझाया जाएगा। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीण लगभग आधे घंटे के चक्का जाम के उपरांत धरना से उठ गए और चेतावनी दी, कि यदि 7 दिनों के अंदर अंदर उनकी मांग पूरी नहीं की जाती है, तो भानुप्रतापपुर के मुख्य चौक पर धरना प्रदर्शन एवं चक्का जाम किया जाएगा।

चक्का जाम के दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई, जिसमे कई यात्री वाहन भी शामिल थे।

वही इस मामले को लेकर मंदिर से लगी भूमि के भूमि स्वामी शेखर यदु ने बताया कि मंदिर के लिए उनके दादाजी के द्वारा वर्षो पूर्व में ही 10 डिसमिल जमीन दान में दी गई थी, जिसकी बाकायदा लिखा पढ़ी भी की गई थी। उसके दस्तावेज निकाल कर उसके आधार पर जमीन नापकर मंदिर के लिए दे दी जाए। दादाजी के द्वारा दान की गई जमीन को देने में हमें कोई आपत्ति नहीं है।

प्रतीक जैन आईएएस एसडीएम भानुप्रतापपुर

यह मामला पहले से ही निराकृत है, मंदिर के इर्द गिर्द कन्हारगांव के ग्रामीण की पट्टे वाली जमीन है। जिस पर हम कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते। क्योंकि मामला आस्था से जुड़ा है, इसलिए हमने भूमि स्वामी से बात की है, और वह मंदिर के उपयोग के लिए रास्ता देने को तैयार है, परंतु किसी भी तरह के लिखित दान पत्र देने से इनकार कर रहा है। फिर भी उसे मंदिर के लिए जमीन के उपयोग किए जाने पर कोई एतराज नहीं है।

Nbcindia24

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