छत्तीसगढ़/ बालोद जिले में एक दतैल हाथी ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है, दिन हो या रात डर के साए में ग्रामीण जीवन जीने को मजबूर है बतला दे पिछले कई महीनों से यह हाथी बालोद जिला के साथ-साथ धमतरी व कांकेर जिला सीमा क्षेत्र वनांचल गांव में विचरण करता आ रहा हैं जो वर्तमान में बालोद जिला के दल्ली राजहरा व डौंडी वन परीक्षेत्र वनांचल गांव और जंगलों में विचरण कर रहा हैं. बीती रात्रि चिखली से ग्राम साल्हे पहुँचा था. इस दौरान ग्राम दारूटोला में एक मवेशी को मौत के घाट उतार दिया गया. लगातार केलाबाड़ी व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा रहा. वन विभाग द्वारा हाथी वितरण क्षेत्र गांवों में ग्रामीणों को सावधानी बरतने मुनादी कराया गया. तो वही ग्रामीण डर के साए में अपने कच्चें मकान को छोड़ दूसरे के घर छत पर रात गुजारने को मजबूर।
बीती रात्रि ग्राम दारूटोला में हरिराम के केलाबाड़ी में घुसकर फसलों को नुकसान पहुँचाया है।
वर्तमान में दल्ली राजहरा वन परीक्षेत्र 150, 149 आरएफ हिड़कापार गाँव के आसपास बतलाया जा रहा है जिसे लेकर वन विभाग अलर्ट मोड़ पर है।
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