शक्कर कारखाना में करोड़ों का चीनी घोटाला…?

Nbcindia24/ प्रदेश में सबसे ज्यादा शक्कर उत्पादन करने वाली शक़्कर कारख़ाना सूरजपुर के केरता में एक बड़ा घोटाला सामने आया है,जहाँ लगभग ढाई करोड़ का 8434 क्विंटल शक़्कर  के हेराफेरी का आरोप है, लंबी जांच के बाद हुए खुलासे में चीफ केमिष्ट और जीएम प्रशासनिक पर आरोप सही पाए जाने की बात कही गई। इसके बाद संचालक मंडल ने चीफ केमिष्ट को बर्खास्त कर दिया है और दोनों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने और वसूली के लिए प्रकरण उप पंजीयक सूरजपुर को भेज दिया है।दरअसल यह पूरा मामला 2017-18 का है,जब इस सत्र में उत्पादन की जा रही शक्कर और इसे गोदाम में भंडारित करने के दौरान हेरा-फेरी करने की जानकारी संचालक मंडल को पिछले कुछ दिनों से मिल रही थी। इसी को संज्ञान में लेते हुए दिनांक 8 फरवरी 21 को संचालक मंडल ने अपनी बैठक में मामले की जांच कराने के लिए प्रस्ताव पारित किया, जिसके अनुशरण में  गोदामों में भंडारित शक्कर की बोरी की गिनती के लिए एक दल का गठन किया गया।

इस दल में सीआर नायक सहायक अभियंता, रोहित सोनी मैनुफैक्चरिंग केमिस्ट, राजेश शर्मा केन यार्ड सुपरवाईजर, नंदू राम सेक्यूरिटी गार्ड ने दो अलग अलग गोदाम में शक्कर की बोरियों की गणना करते हुए भौतिक सत्यापन किया तो पुराने भंडारण में 5026 क्विंटल व स्थाई गोदाम में 7546.50 कुल 12572.50  क्विंटल शक्कर की बोरी कम पाई गई। इसमें जब पूरे मामले को खंगाला गया तो यह भी चौकाने वाला तथ्य सामने आया कि इसमें मुख्य रसायनज्ञ मनोज कुमार पाढ़ी द्वारा लगभग 4138.50 क्विंटल शक्कर को रिप्रोसेसिंग के लिए लाना बताया गया है, जिसका सही तरीके से न तो लेखा- जोखा है और न ही संतोषजनक दस्तावेज तैयार किया गया है। यदि उक्त मात्रा को रिप्रोसेसिंग के लिए लाना मान भी लिया जाए तो दोनों गोदाम में कुल 8434 क्विंटल शक्कर की बोरी कम पाई गई है।

इससे पहले संचालक मंडल ने इसकी जानकारी होने पर तत्काल इसे संज्ञान में लेते हुए गोदामों का भौतिक सत्यापन कराये जाने का प्रस्ताव लेते हुए एक दल का गठन कर दिया और लगातार गणना के बाद अंततः गणना दल ने अपना प्रतिवेदन संचालक मंडल के समक्ष प्रस्तुत कर दिया, जिसके अनुसार लगभग ढाई करोड़ की शक्कर गोदाम से गायब थी, जिसको देखकर संचालक मंडल ने 20 मार्च को आकस्मिक बैठक करते हुए मुख्य रसायनज्ञ मनोज कुमार पाढ़ी को बर्खास्त करने का प्रस्ताव पारित करते हुए  उनके साथ जीएम प्रशासनिक के विरुद्ध वसूली व आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए  उपपंजीयक सहकारी सेवाएं सूरजपुर को पत्र लिखा है।

आज सोमवार को ही बालोद जिले में स्थित मां दंतेश्वरी शक्कर कारखाना में भ्रष्टाचार को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा करने वाले हैं, इससे पहले सूरजपुर शक्कर कारखाना से करोड़ों के घोटाले सामने आने के बाद अब कहीं ना कहीं सहकारिता के क्षेत्र होने वाला काम पर भी बड़ा सवाल खड़े कर रहे हैं, क्या ऐसे ही सहकारिता क्षेत्र में हेरा फेरी का खेल खेला जाता है।

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