बालोद जिले में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए एक बंदी के भाग जाने के मामले में एक प्रधान आरक्षक और तीन आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल ने पेशी ड्यूटी के दौरान लापरवाही और उदासीनता बरतने के आरोप में की है।
निलंबित पुलिसकर्मियों के नाम
निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में प्रधान आरक्षक विकास सिंह और तीन आरक्षक झेमराज ठाकुर, अनंत ठाकुर और यशवंत ठाकुर शामिल हैं। इन सभी को जिला जेल बालोद से बंदियों को कोर्ट लाने-ले जाने की ड्यूटी सौंपी गई थी।
फरार बंदी को पकड़ लिया गया
गौरतलब है कि 6 अगस्त को हत्या के आरोप में जेल में बंद प्रवीण कुमार को कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। इसी दौरान वह हथकड़ी का लॉक खोलकर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। हालांकि, पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद एक घंटे के भीतर ही उसे पकड़ लिया।
पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए चारों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई पुलिस विभाग में लापरवाही और अनुशासनहीनता के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती है।
पुलिस विभाग में अनुशासन
बालोद पुलिस विभाग में अनुशासन और सख्ती बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल ने पहले भी कई कार्रवाई की हैं पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल ने इस मामले में भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
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