घोर नक्सल प्रभावित गांवों में पैदा हुआ दृष्टिबाधित बच्चा, दादा जी ने कहा, इसका क्या करेंगे मां को था भरोसा, बेटा कुछ न कुछ जरूर करेगा, प्रधानमंत्री के प्रवास ने बदली जिंदगी की दिशा
दंतेवाड़ा @ एक दशक पहले अपने दंतेवाड़ा प्रवास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिव्यांग बच्चों के संस्थान सक्षम के एक छोटे से दृष्टिबाधित बच्चे की प्रतिभा से मुग्ध हो गए थे। उस बच्चे का नाम था अंजन। जब अंजन ने अपना गाना सुनाया तब प्रधानमंत्री जी इतने खुश हुए थे कि उन्होंने अपने हाथों से उसकी आवाज पर थाप दी थी और उसके बालों को सहलाया था। देश के प्रधानमंत्री का प्रोत्साहन एक बच्चे के जीवन में कितना बदलाव ला सकता है। अंजन इसका उदाहरण है। पहले अंजन दूसरों के गीत गाता था, आज अंजन अपने गीत स्वयं लिखता है इसे कंपोज भी करता है और गाता भी है। अभी हाल ही में अंजन ने अयोध्या धाम में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के मौके पर एक गीत लिखा और उसे कंपोस भी किया है।
अंजन की संगीत में रुचि को देखते हुए संस्थान में उसे आर्गन, कांगो और ढोलक का प्रशिक्षण दिया गया। दंतेवाड़ा में हर साल बारसूर महोत्सव का आयोजन किया जाता है इस बार आयोजन में अंजन अपने रामलला पर लिखे गीत की प्रस्तुति स्वयं करेगा।अंजन अभी 11वीं कक्षा में पढ़ रहा है अब इस संस्थान में दसवीं तक की पढ़ाई संस्थान के भीतर ही होती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर संस्थान में सभी बुनियादी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है।
उल्लेखनीय है कि सक्षम की व्यवस्था डीएमएफ के माध्यम से होती है। डीएमएफ की स्थापना भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कराई। उनका यह मानना था कि खनन प्रभावित इलाकों में विकास के कार्यों के लिए डीएमएफ के माध्यम से निधि स्थापित की जाए। आज अंजन जैसे बच्चों का सपना डीएमएफ के माध्यम से पूरा हो रहा है।
जब पैदा हुआ तो दादाजी ने कहा, यह क्या करेगा इसको कहीं छोड़ दो
अंजन बीजापुर के अंदरूनी नक्सल प्रभावित इलाकों का बच्चा है नक्सल समस्या की वजह से माता-पिता को गांव छोड़ना पड़ा। अंजन बचपन से ही दृष्टिबाधित है जब वह पैदा हुआ तो उसके दादाजी को बड़ी निराशा हुई और उन्होंने कहा कि इसका क्या होगा, यह क्या करेगा, इसको छोड़ दो। मां बहुत प्यार करती थी। मां ने कहा कि नहीं इसे पालेंगे। बाद में सक्षम के बारे में पता चला और सक्षम में एडमिशन दिलाया। सक्षम के टीचरों को इसके गायन की प्रतिभा और संगीत में रुचि के बारे में पता चला और अब अंजन की दुनिया ही बदल गई है। प्रधानमंत्री के साथ ही राष्ट्र पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी अंजन की प्रतिभा से प्रभावित हो चुके हैं।
गहरी प्रतिभा और अथाह उत्साह से सबको मिलती है प्रेरणा
अंजन ने आज सब बच्चों के साथ लुई ब्रेल को पुष्पांजलि दी। लुई ब्रेल ऐसे व्यक्ति है जिनकी वजह से दृष्टिबाधित बच्चे भी फर्राटे से चीज पढ़ सकते हैं। सक्षम कैंपस में हेलेन केलर की तस्वीर भी है जो यह बताती है कि दुनिया की सबसे अच्छी चीजों को ना देख सकते हैं न छू सकते हैं उन्हें केवल महसूस कर सकते हैं। अंजन की प्रतिभा भी इसी तरह की है।
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