पिछले 6 दिनों से मैकल पर्वत की परिक्रमा में निकली मैकल यात्रा का आज अमरकंटक में हुआ समापन

गौरेला पेंड्रा मरवाही @ पिछले 6 दिनों से मैकल पर्वत की परिक्रमा में निकली मैकल यात्रा का आज अमरकंटक में समापन हुआ, इस अवसर पर मां नर्मदा को 500 मीटर लंबी चुनरी चढ़ाई गई। अमरकंटक से भजन कीर्तन करते गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से पैदल मैकल परिक्रमा पर सैकड़ों की संख्या में नर्मदा भक्त निकले थे। 15 नवंबर को अमरकंटक के माई की बगिया से पूजा पाठ के बाद भारी संख्या में साधु संत नर्मदा भक्त परिक्रमा करते हुए आज यह यात्रा वापस अमरकंटक पहुंची, जहां भव्य आतिशी स्वागत हुआ।

इस यात्रा में छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, उड़ीसा और महाराष्ट्र के परिक्रमावासियों ने भी शामिल होकर अपना समर्थन दिया। मैकल परिक्रमा कॉरिडोर निर्माण को लेकर छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश में 70 किलोमीटर की परिक्रमा किए। वही इस नर्मदा कॉरिडोर बनाने का मुख्य उद्देश्य अमरकंटक में तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों की संख्या बढ़ने से गांव क़स्बों के लोगों को रोजगार मिलेगा और आने जाने वाले पर्यटक को और यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा।

यात्रा के संयोजक बृजलाल राठौर ने बताया कि मैकल पर्वत को कटाई, उत्खनन और कब्जे से बचाने के साथ ही मैकल परिक्रमा यात्रा निकली जा रही है ताकि लोगों को मां बतादें कि अमरकंटक माई की बगिया, जोगीकुंड, खन्नात , करंजिया, ज्वालेश्वर महादेव पकरिया, माई का मड़वा, ठाड़पथरा से होकर यह नर्मदा परिक्रमा यात्रा निकली हुई है, 15 नवंबर से माई की बगिया से शुरुआत हुई इस यात्रा का आज पूजा पाठ हवन कन्या भोजन के बाद समापन अमरकंटक में हुआ.

Nbcindia24

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