दो माओवादियों ने पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण, इस अभियान के तहत 193 ईनामी सहित कुल 868 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़े

दंतेवाड़ा@ नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान तथा छ0ग0 शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गाँव गाँव तक किया जा रहा है।

इसके प्रभाव में लगातार शीर्ष माओवादियों सहित भटके हुए माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जा रहा है। नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके मलांगेर एरिया कमेटी अन्तर्गत इन माओवादियों ने किया समर्पण।

1. रेवाली आरपीसी डीएकेएमएस (दंडकारण्य आदिवासी किसान मज़दूर संघ) सदस्य गंगा कुहड़ामी पिता स्व0 मासा कुहड़ामी उम्र लगभग 28 वर्ष जाति गोंड निवासी पोरदेम बड़ेपारा थाना गादीरास जिला सुकमा।

2. रेवाली आरपीसी सीएनएम (चेतना नाट्य मंच) सदस्य हिड्मे सोड़ी पिता मासा सोड़ी पति गंगा कुहड़ामी उम्र लगभग 19 वर्ष जाति मुरिया निवासी पोरदेम बडे़पारा थाना गादीरास जिला सुकमा ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत आज बुधवार को पुलिस के समक्ष डीआरजी कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किये।

इन माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में यूआईसी 231वीं वाहिनी सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा का विशेष योगदान रहा।आत्मसमर्पित माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत् 25-25 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधायें मुहैया कराई जाएगी।

लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 193 ईनामी सहित कुल 868 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।इन आत्मसमर्पित माओवादी नक्सली बंद के दौरान रोड खोदने एवं नक्सली बैनर,पोस्टर लगाने, राशन एकत्रित करने और नृत्य संगीत के माध्यम से नक्सल विचारधारा के प्रसार में थे शामिल।

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