भाजपा शासन में न महिला कर्मचारी सुरक्षित न ही खुद उनके कार्यकर्ता – विमल सलाम 

जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर एवं सफाई – स्वास्थ्य कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार से भाजपा का महिला विरोधी चेहरा फिर से उजागर

दंतेवाडा@जिला अस्पताल में डॉक्टर एवं सफाई-स्वास्थ कर्मचारी के साथ विधायक के निज सहायक और भाजपाई कार्यकर्ता ने जो अभद्र व्यवहार किया और उसके बाद मामले में अपनी सफाई देने के लिये भाजपा ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है उसपे अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विमल सलाम ने कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भाजपाइयों का छलावा है और उनपर लगे आरोपो को धोने की एक व्यर्थ कोशिश है ।

भाजपाइयो ने अपने बयान मे जिस तरह पल्ला झाड़ते हुए कहा कि संतोष साहू भाजपा कार्यकर्ता नही है तो इससे यह लगता है कि वो दिन दूर नही जब भाजपाई खुद को आरएसएस और विहिप से भी अलग घोषित कर देंगे ।

संतोष साहू विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी है और यह शायद भाजपाई भूल गए है कि आरएसएस और विहिप से ही भाजपाइयों का वजूद रहा है । मुसीबत देख कर विहिप कार्यकर्ता सन्तोष साहू से पल्ला झड़ना यह दर्शाता है कि भाजपाई खुद को बचाने के लिए किस हद तक गिर सकते है ।

विमल ने आरोप लागए है कि विधायक चैतराम जी के निज सहायक कमलेश नाग को पदमुक्त करना भी सिर्फ एक ढोंग है । विमल ने कहा कि, क्योंकि देश मे मोदी शासन में डॉक्टर्स के साथ हो रहे अन्याय की आग कही राज्य के भाजपाइयों को भारी न पड़ जाए तो सिर्फ इसलिए राजनीतिक विचार के तहत कमलेश नाग को पदमुक्त किया गया है, अन्यथा तो भाजपाइयो को वैसे भी महिलाओं के सम्मान से कोई मतलब नही है ।

जिला कांग्रेस प्रवक्ता विमल ने भाजपाइयों के प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाये आरोप को खण्डन करते हुए कहा कि भाजपाई कभी मातृशक्ति और नारी का सम्मान करना ही नही जानते है और महिला सशक्तिकरण सिर्फ उनका राजनैतिक एजेंडा है । विमल ने कहा कि भाजपाई के शासन में न तो महिला कर्मचारी सुरक्षित है और न ही उनके पार्टी के खुद कार्यकर्ता ।

नारी सम्मान में विधायक के निज सहायक का पदमुक्त करना और सन्तोष साहू को पार्टी कार्यकर्ता न स्वीकारना सिर्फ इनका ढोंग है वरना तो किरन्दुल में हुई घटना को अगर भाजपाइयों को याद दिलाया जाए तो उसमें उनके ही पार्टी की भाजयुमा कार्यकर्ता बबिता गिरी ने अपनी ही पार्टी के महिला नेत्री मीरा तिवारी पर आरोप लगाये थे कि वो उनसे अभद्र व्यवहार करती है और इतना भला बुरा कहती है कि बबिता को रोते हुए मुख्यमंत्री एवं प्रदेशाध्यक्ष से गुहार लगानी पड़ी थी कि उन्हें न्याय दिलवाए वरना वे आत्महत्या कर लेंगी । परन्तु आज दिनांक तक उस महिला के साथ भी कोई न्याय नही हुआ है । यह सब महिलाओ के साथ हो रही अभद्रता एवं उत्पीड़न यह दर्शाता है कि भाजपा सिर्फ महिला सम्मान का दिखावा करती है ।

विमल सलाम ने आगे कहा कि भाजपाइयों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा के खिलाफ जो बातें कही है वो यह दर्शता है कि कैसे भाजपाईयो ने हमेशा एक महिला की आवाज़ को दबाने की कोशिश की है ।

एक बार पीड़ित डॉक्टर एवं सफाई-स्वास्थ्य कर्मचारियों की मदद करने के बजाए जो विधायक जी के द्वारा सफाई दी जा रही है कि उन्हें अपने सहायक को पदमुक्त कर दिया तो इससे पता चलता है कि भाजपाइयों को सिर्फ महिलाओ के नाम पर राजनीति करता आता है ।

अगर भाजपाइयों को महिलाओ के सम्मान का मोह होता तो वे अपने बयान में यह जरूर कहते कि हम स्वास्थकर्मचारियों के साथ खड़े है और उनके इसी रवैये के कारण आज हमारे जिले में बाहर से कोई डॉक्टर- कर्मचारी आकर काम नही करना चाहते है, भाजपाइयों के इसी भय- रहित शासन की वजह से दंतेवाड़ा जिला आज फिर से एक बार पिछड़ते जा रहा है।

Nbcindia24

You may have missed