संकुल केन्द्र चिचाड़ी में संकुल स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव का हुआ आयोजन
विजय साहू कोंडागांव/ संकुल केन्द्र चिचाड़ी विकासखंड फरसगांव में बुधवार को संकुल स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम एवं न्यौता भोज का आयोजन किया गया जिसमें सर्वप्रथम मां सरस्वती के छायाचित्र पर पूजन-अर्चन के पश्चात कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा कक्षा पहली एवं छठवीं के नन्हे-मुन्ने नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को तिलक-वंदन कर, पुष्पगुच्छ भेंट कर चॉकलेट-मिष्ठान खिलाकर एवं छ.ग. शासन द्वारा प्रदाय की जाने वाली नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक व गणवेश का वितरण किया गया। समस्त अतिथियों द्वारा शाला प्रवेशोत्सव संबोधन के दौरान छात्र-छात्राओं को नियमित रूप से शाला आने एवं मन लगाकर अध्ययन करने हेतु सुझाव-सलाह दिया गया, साथ ही सभी छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुकलाल मरकाम ज.पं. फरसगांव के उपाध्यक्ष एवं शिक्षा समिति के अध्यक्ष, विशेष अतिथि के रूप में नरसूराम नेताम ग्रा.पं.चिचाड़ी के सरपंच, गणमान्य नागरिक नाईकराम मरकाम, बोधनलाल मरकाम, संकुल प्राचार्य आसमन नेताम, संकुल समन्वयक महेन्द्र कुमार सोना एवं मनोज कुमार नेताम प्र.अ.अमरसिंह पोयाम, बलीराम यादव, सरिता सोरी, गनेशी चौहान, दशोदा मंडावी, ज्योति नेताम, रमेश पाटनवार, हेमलाल नाग, संजय साहू, अमित जांगड़े, जश्मि ठाकुर, नंदिनी चौहान, सुमन पटेल, भारती कश्यप, नितिन पाटिल, वसीम खान, जागेश्वर ध्रुव, तेजराम सोरी, सहित संकुल के समस्त शिक्षक-कर्मचारीगण, जनप्रतिनिधिगण, पालकगण एवं छात्र-छात्राएं भारी संख्या में उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि सुकलाल मरकाम द्वारा अपने भाषण में कहा गया कि ‘शिक्षा वह बलरूपी दूध है जिसे आप जितना पिएंगे उतना अधिक दहाड़ सकेंगे।
वहीं संकुल समन्वयक महेन्द्र कुमार सोना द्वारा उद्धबोधन में छात्र-छात्राओं से कहा गया कि ‘स्कूल आ पढ़े बर, जिनगी ल गढ़े बर’ अर्थात प्रतिदिन शाला में शत-प्रतिशत उपस्थित रहना एवं मन लगाकर अध्ययन करना जिससे एक बेहतर भविष्य, बेहतर जीवन का निर्माण हो सके। कार्यक्रम के अन्त में न्यौता भोज के रूप में पौष्टिक भोजन खिलाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
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