कोरोना की लड़ाई में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर की सराहनीय पहल गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचा रहें स्वास्थ्य सेवाएं।

Nbcindia24/ ओम गोलछा डौंडी- आदिवासी ब्लॉक में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। स्थानीय प्रशासन द्वारा कोरोना केरफ्तार को तोड़ने के लिए जुटी हुई है। लेकिन नगर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के मामले ज्यादा हैं। स्थिति ऐसी है कि ब्लॉक में लाकडाउन लगने से पहले करीब कुछ जगहों में कंटेनमेंट जोने घोषित किया गया था। ये सभी ग्रामीण क्षेत्र के थे।
इसी प्रकार ब्लॉक में सभी ज्यादातर मौत के मामले भी ग्रामीण क्षेत्र के थे।। इसे देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र को फोकस किया जाएगा। नगर प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण की पिछली लड़ाई में सभी लोगों की भागीदारी से अंकुश लगाया गया था । वर्तमान लडाई भी हम सावधानी और सभी लोगों के सहयोग से जीतेंगे।

लक्षण के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र में लोग सामने नहीं आ रहे

कोरोना जांच को लेकर ग्रामीणों में काफी डर है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में लक्षण होने के बाद भी सामने नहीं आ रहे हैं। वहीं, डोण्डी ब्लॉक की बात करे तो यहां लोग सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न जगहों में प्रतिदिन अधिक सैंपल लिए जा रहे हैं। समस्त कोरोना जांच केंद्र में पूर्ण व्यवस्था के साथ सोशल डिस्टेंडिंग का पालन किया जा रहा हैं जिसका निरक्षण स्वयं मेडिकल अफसर डॉक्टर विजय ठाकुर व प्रोग्राम मैनेजर ईस्वर चंद्राकर कर रहे हैं। ऐसे में यहां की स्थिति पहले की तुलना में सुधर रही है। कोरोना संक्रमण का वर्तमान दौर ज्यादा घातक है, बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के प्रारंभिक लक्षण वाले लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनुशंसित दवाओं का सेवन तत्काल शुरू कराए जाने जरुरत है। ताकि कोरोना संक्रमण को गंभीर होने से रोका जा सके।शासन ने ग्रामीण क्षेत्र में ध्यान देने दिए हैं निर्देश

स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लॉक के ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना की दवाओं की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले व मितानिनों के माध्यम से लक्षण वाले मरीजों को पर्ची और दवाएं (कोविड किट) उपलब्ध कराई जा रही है। जिसका सेवन संबंधित लोग पर्ची में लिखी मात्रा के अनुसार कर सकेंगे। जैसे ही किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, बुखार और कोरोना संक्रमण का लक्षण मालूम पड़े उसे कोरोना जांच की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना प्रारंभिक तौर पर तयशुदा दवाएं लेनी शुरू कर देनी चाहिए।राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र की ले रही जानकारी

जिला प्रशासन द्वारा प्रतिदिन ब्लॉक में कोरोना संक्रमण की स्थिति, आने वाले श्रमिकों एवं लोगों के स्वास्थ्य की जांच-पड़ताल, क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था, रोजगार मूलक कार्यों के संचालन सहित अन्य मामलों की जानकारी ले रहीं है। कोरोना संक्रमण की विषम परिस्थिति और रोजी-रोजगार के संकट को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने मई और जून माह का खाद्यान्न एकमुश्त मुफ्त में देने का फैसला लिया है।

वही ग्रामीण क्षेत्र टीकाकरण में भी पीछे है ।

दूसरी ओर टीकाकरण के मामले में ग्रामीण क्षेत्र काफी पीछे हैं। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले में अब तक प्रथम व द्वितीय डोज अधिक लोगों को टीका लग गया है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में टीकाकरण को लेकर ग्रामीण सामने नहीं आ रहे है। स्थानीय प्रशासन से नायाब तहसीलदार विनय देवांगन द्वारा ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से कोरोना से बचाव के उपायों को लेकर लोगों को जागरूक और टीकाकरण केलिए प्रेरित करने की अपील की।व कहा है कि संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी ही सबसे बड़ा उपाय है। इसी प्रकार डोण्डी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था की तैयारी है। गांवों में बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखने और उनके टेस्टिंग की व्यवस्था तथा कोरोना गाइडलाइन के पालन के निर्देश दिए गए हैं। इसकी भी तैयारी शुरू हो गई है।

ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ विजय ठाकुर

ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. विजय ठाकुर ने ब्लॉक के समस्त लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दें मेडिकल सुविधा प्रदान करें । किसी प्रकार के झांसे में आकर स्वयं की स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना करें। शासन प्रशासन द्वारा आप की सुरक्षा के लिए टीकाकरण के साथ विभिन्न स्वास्थ्य परीक्षण कर स्वास्थ सेवाएं दिया जा रहा है।

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