नक्सली शक में तेलंगाना की वेंकटापुरम पुलिस ने किया आदिवासी युवतियों को गिरफ्तार

सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष ने की रिहाई की मांग, युवतियों की निशर्त रिहाई नही होने पर सर्व आदिवासी समाज करेगा उग्र आंदोलन

 

आशीष पदमवार /बीजापुर / जिले के पदमुर गांव की दो आदिवासी युवतियां गाँव के मजदूरों के साथ मिर्ची तोड़ने के लिए अपने गृह ग्राम से तेलंगाना 5 फ़रवरी को गई थी,16 फ़रवरी को सुबह 8 बजे के क़रीब वेंकटापुरम की पुलिस उन्हें अपने साथ पकड़ कर ले गई।युवतियों के नाम कुमारी लकी तेलम और कुमारी शांति गोन्दे पदमुर थाना गंगालूर बीजापुर निवासी है।

 

सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष अशोक तलाण्डी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि दो आदिवासी युवतियां मिर्ची तोड़ने के लिए तेलंगाना गई हुई थी। 16 फरवरी को वेंकटापुरम की पुलिस दोनो निर्दोष आदिवासी युवतियों को गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई। आगे जिलाध्यक्ष ने बताया कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोई भी सूचना परिजनों को अब तक नही दी गई। इस संबंध में मेरे द्वारा 19 फ़रवरी को बीजापुर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर बंधक दोनो बालिकाओं को परिजनों के सुपुर्द करने की माँग रखी है।

 

तलाण्डी ने बताया कि यहाँ के आदिवासी रोज़गार की तलाश में अन्य राज्य जैसे -तेलंगाना,आंध्र प्रदेश ,राजस्थान जाते है,क्योंकि छत्तीसगढ़ में 12 महीने रोजगार की समुचित व्यवस्था नही है। 

 

बंधक युवती के भाई ने बताया की हमारे गांव वाले मिर्ची तोड़ने तेलगाना जा रहे थे उन्ही के साथ मेरी बहन गई थी,16 फ़रवरी को दोनो को गोपनीय तरीक़े से बंधक बनाकर रखा गया है,और परिवार वालो को अब तक जानकारी नही दी गई है कि दोनों को किस थाने में रखा गया है और उनसे रिहाई कब होगी? 

 

युवतियों की निशर्त रिहाई नही होती है तो सर्व आदिवासी समाज इस मामले को लेकर जिले भर में उग्र आंदोलन करेगा।

Nbcindia24

You may have missed