अन्नदाता किसानों की हक़ पर डाका, प्रत्येक बोरे में 2 सौ ग्राम से 3 किलो तक धान की हेराफेरी, जाँच अधिकारी ने कहा थोड़ी बहुत अनियमितता, अब किसान कहाँ लगाए गुहार..?

बालोद जिला।  जिले के आदिवासी ब्लॉक डौंडी के ग्राम घोटिया में धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक एवं तौलकर्मियों के द्वारा धान बेचने आए किसानों से 40 किलो के मानक बोरे में 1 से 3 किली धान अधिक तौला किसानों के हक़ पर का डाला जा रह है

बुधवार को जब घोटिया की धान खरीदी केंद्र में किसानों से धान खरीदी के संबंध में जानकारी लेने पहुंचे हमारे प्रतिनिधि ने जब तौलकर्मियों के द्वारा तौल में गड़बड़ी करते रंगे हाथों पकड़ा तो तौलकर्मियों ने किसानों के सामने स्पष्ट कहा कि उठाव के बाद शॉर्टेज आने पर समिति से वसूली की जाती है, इसलिए समिति के सहायक प्रबंधक टोमेश्वर निषाद के कहने से हर बोरे में थोड़ा थोड़ा धान अधिक लेते है।

तौल में इस प्रकार से काटामारी और धोखाधड़ी करते देख धान बेचने आए किसान भी उग्र हो गए और विरोध करना शुरू कर दिए। जिसके बाद एक तौल कर्मी ने मीडियाकर्मियों और किसानों से बुरा बर्ताव कर उठाव के दौरान कमी होने पर भुगतान से कटौती नहीं होगी ऐसा लिख कर दो, तब हम सही तौल के साथ धान खरीदी करेंगे कहने लगे, जिसके बाद किसान और आगबबूला हो गए।

जाँच अधिकारी के साथ सरपंच ममता मंडावी, उप सरपंच सालिक राम

किसानों के साथ धान मंडी में हो रही धोखाधड़ी की खबर गांव की सरपंच ममता मंडावी, उप सरपंच सालिक राम, पंच मितेंद्र वैष्णव सहित कुलवंत वैष्णव और कई जनप्रतिनिधियों और अन्य मीडियाकर्मियों को हुई तो वे भी तत्काल धान मंडी पहुंचे और किसानों के साथ हो रहे अन्याय को देखकर उनकी भी आंखें फटी की फटी रह गई और जैसे तैसे कर किसानों को शांत करवाया।

जिसके बाद सहायक प्रबंधक टोमेश्वर निषाद को बुलाया गया तो वे भी अपनी और अपने तौलकर्मियों की करतूतों पर पर्दा डाल आते ही आग बबूला हो गए एवं 72 घंटे में धान का उठाव नहीं होने की बात कहते हुए कहा दिखाओ मुझे कहां ज्यादा धान लिया जा रहा है । और जब सभी के सामने पूर्व में तौल कर सिलाई हो चुके बोरों सहित कई बोरों को तौला गया तो हर बोरे में लगभग 1 से 2 और 3 किलो अधिक धान पाया गया।

इतना सब कुछ होने और सबके सामने पोल खुल जाने के बाद टोमेश्वर निषाद करतूतों पर पर्दा डालने मीडियाकर्मियों पर ही पैसा मांगने का आरोप लगा दिया।

किसान यशवंत सिंग

इस संबंध में हमारे प्रतिनिधि ने तत्काल जिला कलेक्टर को मामले से अवगत करवाया तो उन्होंने जांच हेतु अधिकारी भेजने की बात कही और लगभग एक घंटे बाद सहकारिता विस्तार अधिकारी मनोज नेताम और पटवारी सुरेश सिन्हा धान मंडी पहुंचे और सभी के सामने अलग अलग किसानों सहित तीन दिन पूर्व खरीदी हुए कुल 14 नग धान के बोरों की नमी मापी और दोबारा वजन करवाया तो मात्र तीन बोरों का वजन 40 किलो और शेष में आधा किलो से लेकर डेढ़ किलो तक अधिक धान पाया गया, सबसे अधिक आश्चर्य तो तब हुआ जब तीन दिन पूर्व खरीदी हुए धान के बोरे को तौला गया तो उसमे 40 की जगह 43 किलो धान निकला।

धान बेचने आए किसान यशवंत सिंग का कहना है की अधिकारी जांच में आए है सभी कट्टा में 1 से 2 किलो अधिक धान निकल रहे दोषियों पर कार्यवाही होनी चाहिए

किसान मोहन सिंग ठाकुर

किसान मोहन सिंग ठाकुर का कहना है की मै अपना धान बेचने आया हु और देख रहा हू यहाँ किसानों के साथ धोखाधड़ी कर 1 से 3 किलो धान अधिक तौल हम किसानों के हिस्सें पर ढाका ढाल रहें इन लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए

जांच में आए सहकारिता विस्तार अधिकारी मनोज नेताम ने प्रबंधक और समिति के कर्मियों का बचाव करते हुए कहा कि थोड़ी बहुत अनियमितता हुई है, पंचनामा तैयार किया गया है जिसे उच्च अधिकारियों को भेज दिया जाएगा, आगे की कार्यवाही क्या होगी वो उच्च अधिकारी ही बता पाएंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार घोटिया समिति में 11 सौ से अधिक पंजीकृत किसान है यदि एक किसान 200 बोरा धान बेचता है तो 1 किली के हिसाब से प्रत्येक किसान का 200 किलो अर्थात दो क्विंटल धान की हेराफेरी और इसी तरह 11 सौ किसानों का हिसाब लगाया जाए तो लगभग 2 लाख 20 हजार किलो मतलब 2 हजार 2 सौ क्विंटल धान का किसानों के साथ छलावा किया जा रहा है जो 50 लाख से भी अधिक की राशि होती है

ये आंकड़े सिर्फ एक समिति की है और ऐसी सैकड़ों समितियां जिले में धान खरीदी कर रही है तो सोचने योग्य बात ये है कि बालोद जिले के भोले भाले किसानों की मेहनत की कमाई का करोड़ों रुपया लूट लिया जा रहा है और इस बात का जवाब देने को कोई भी तैयार नहीं है। किसान पूछ रहे है कि क्या उनसे हुई इस धोखाधड़ी की राशि उन्हें मिलेगी..?

अब देखना ये होगा कि अंचल में अन्नदाताओं के साथ हो रहे इस प्रकार के अन्याय और धोखाधड़ी पर संबंधित अधिकारी और जिला कलेक्टर क्या कार्यवाही करते है..?

Nbcindia24

You may have missed