हसदेव अरण्य की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने व वन संरक्षण संशोधन विधेयक 2023 छ. ग. नही लागू करने राज्यपाल के नाम नगरी तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

हसदेव अरण्य की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने व वन संरक्षण संशोधन विधेयक 2023 छ. ग. नही लागू करने राज्यपाल के नाम नगरी तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

 

धर्मेंद्र यादव/ धमतरी / नगरी के बेलरबहारा किसान संघर्ष समिति ने हसदेव की हरियाली को बचाने नगरी तहसीलदार केतन भोयर को ज्ञापन सौंपा है।बता दें हसदेव अरण्य की वृक्षों की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने व वन संरक्षण संशोधन विधेयक 2023 छ.ग. में लागू नहीं करने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है।साथ ही किसान संघर्ष समिति के लोगों ने कहा कि जल जंगल जमीन का संरक्षण पूर्वजों से किया जा रहा है और इनसे किसी प्रकार की छेड़ छाड़ बर्दास्त नही की जाएगी।

किसान संर्घष समिति यह भी कहना है छत्तीसगढ के विभिन्न पांचवी अनुसूचित क्षेत्र के विकासखंड मे सैकडो वर्ग किलोमिटर मे फैले जैव विविधता पुर्ण हसदेव अरण्य के सघन जंगल के सैकडो साल पुराने वृक्षो को लगातार निर्ममता पुर्वक काटा जा रहा है और केन्द्र मे पारित वन संरक्षण संशोधन विधेयक 2023 के हमारे क्षेत्र वनो से अछादित क्षेत्र है और इस क्षेत्र मे निवासरत आदिवासी सामुदाय ग्राम सभा को मिले सामुदायिक वन संसाधन पत्र के तहत अधिकार जल, जंगल, जमीन की रख रखाव पुर्वज से करते आ रहे है और केन्द्र मे पारित वन संरक्षण संशोधन विधेयक 2023 अगर राज्य मे लागु हो जायेगा तो पेशा अधिनिम और वन अधिकार कानुन निष्क्रिय हो जायेगा और साथ ही साथ किसी परियोजना के लिए गई वन भुमी के पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन न होने से पर्यवरण को नुकसान होगा।मांगों को पूरा न करने पर किसान संघर्ष समिति उग्र आंदोलन करने को तत्पर तैयार हैं।

Nbcindia24

You may have missed