रीपा ( महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क ) से मिल रहा स्थानीय युवा मितानो और समूह की दीदियों को रोजगार.

रीपा ( महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क ) से मिल रहा स्थानीय युवा मितानो और समूह की दीदियों को रोजगार.कुक्कुट पालन, एवं अण्डे उत्पादन से महिला एवं युवा बन रहे आत्मनिर्भर

दंतेवाड़ा /ग्रामीण आजीविका को  एक नयी दिशा देने के लिए अग्रसर महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) से महिलाओं और युवाओं में नयी उम्मीदें जगी है। ग्रामीण क्षेत्र के अनुकूल सहज उपलब्ध संसाधनों को स्वावलंबन से जोड़कर स्व सहायता समूह की महिलाएं एवं युवा स्वयं आर्थिक सबल तो प्राप्त कर ही चुके है साथ ही औरो के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन रहे है। इस कड़ी में कटेकल्याण जनपद पंचायत अंतर्गत मेंडोली ग्राम पंचायत जारम में महिला स्व सहायता समूह द्वारा बटन मशरूम उत्पादन और लेयर बर्ड पालन के माध्यम से अण्डा उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार उक्त समूह द्वारा अब तक कुल 61000 अण्डा का उत्पादन कर स्थानीय बाजारों, हॉस्टल, आश्रम, सी मार्ट और अन्य माध्यमों से बेचा जा रहा है। इसमें रीपा मेंडोली ग्राम क्षेत्र के तहत 34 हितग्राहियों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल रहा है।

 

 

इस क्रम में आज रीपा जिला नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर  अरुण सोम के माध्यम से सभी हितग्राहियों को 3 माह की लाभ राशि का सभी हितग्राहियों को वितरित किया गया। गौरतलब है कि इसी प्रकार रीपा के नोडल एवं कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दन्तेवाड़ा मती कल्पना ध्रुव, के मार्गदर्शन में जनपद दंतेवाड़ा अन्तर्गत भैरमबंद रीपा के तहत रोजगारोन्मुख विभिन्न कार्य में भी युवा मितानो और स्व सहायता समूह के लगभग 55 लोगो को रोजगार मिल रहा है। इतना तो तय है कि महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) ग्रामीण अर्थव्यवस्था को  मजबूती देने का अहम भूमिका निभा रहा है। आर्थिक सशक्तिकरण के इस दौर में नये-नये रोजगार के क्षेत्र में संभावनाओं की तलाश में एक चुनौती भी है उससे भी अधिक जरूरी है इसकी निरन्तरता को बनाये रखने की ताकि भविष्य में एक टिकाऊ ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक पुख्ता ढांचा तैयार हो सके।

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