बस्तरिया महुए से बनी शराब की फ्रांसिस हुये दीवाने

राजेन्द्र बाजपेयी जगदलपुर

बस्तरिया महुए से बनी शराब की फ्रांसिस हुये दीवाने

जगदलपुर/बस्तरिया महुए से बनी शराब के फ्रांसिसी दीवाने हो गए हैं। फ्रांस के 30 बार में महुआ ब्रांड शराब की तूती बोल रही है । अब इससे विदेश में कॉकटेल बनाने की तैयारी चल रही हैं। यानी डिस्कवर महुआ से बस्तर की पहचान बाहरी दुनिया में हो पाएगी।

दरअसल बस्तर में महुआ आदिवासियों की आय का प्रमुख जरिया है। महुआ का उपयोग अब फ्रांस में शराब बनाने के लिए किया जा रहा है। बस्तर महुआ निर्मित शराब की बढ़ती लोकप्रियता से अब कॉकटेल भी बनाई जा रही है। गत दिनों कोटमसर से लगे ग्राम मांझीपाल में आयोजित की गई थी । इस कार्यशाला में फ्रांस, स्विट्जरलैंड, गोवा और मुंबई से लगभग दो दर्जन लोग शामिल हुए और महुआ के इतिहास व महत्व के बारे में जाना। इस कार्यक्रम के दौरान महुआ ब्रांड शराब से कॉकटेल बनाने की शुरुआत की गई।

फ्रांस के लोग शुरू से ही देशी-विदेशी शराब का शौकीन रहे हैं। यहां पर दुनिया भर के शराब की बिक्री होती है। अब इनमें बस्तर महुआ से निर्मित शराब ब्रांड महा का नाम भी जुड़ गया है। धीरे धीरे इन शराब की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है ।
पेरिस के कई बार व होटल्स में इस ब्रांड की डिमांड है। बस्तर महुआ शराब की फ्रांस में शराब निर्माण करने वाली कंपनी अब इससे कॉकटेल बना रही है। इसके लिए बस्तर के मांझीपाल में दुनिया के सबसे बड़े कॉकटेल विशेषज्ञ एलेक्स पहुंचे थे। उनके साथ दर्जन भर विदेशियों की टीम ने 2 दिन तक कोटमसर में कॉकटेल पर काम किया। इस टीम में स्विट्जरलैंड के लुकास मार्टिन व जील की जोड़ी भी थी।

फ्रांस के होटलों में बस्तर ब्रांड “महा” की लोकप्रियता चरम पर है। पेरिस के 30 बार व होटल्स में इन दिनों महुआ से बनी शराब खूब बिक रही है ।
कार्यशाला के आयोजक और महुआ शराब को प्रमोट करने वाले भारतीय मूल के राहुल श्रीवास्तव व शुभांक चंद्राकर हैं ।
महुआ की उपयोगिता और आर्थिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए इन्होंने इसे डिस्कवर महुआ नाम दिया ।
आयोजित कार्यशाला में इस पर विस्तार से चर्चा की गई। जिसकी वजह से कार्यशाला में पहुंचे विदेशी मेहमान महुआ के इतिहास और आदिवासियों के जीवन में इसके महत्व को विस्तार से जान सके।

डिस्कवर महुआ के माध्यम से
बस्तर की संस्कृति और महुआ का इतिहास कहानियों में बताया जाएगा। इससे दुनिया भर में “महा” की पहुंच हो पाएगी।
वैसे कुछ लोग इस बात से आशंकित लगे कि भविष्य में कहीं बस्तरिया महुआ शराब की बूंद के लिये न तरस जाएं ।

Nbcindia24

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